तीन माह पहले बनी सड़कें बही, जीरकपुर में पहली ही बारिश ने खोली नगर परिषद की पोल

जीरकपुर, 21 जुलाई (मुकेश चौहान)

पहली ही बरसात में जीरकपुर इलाके में मची तबाही पर जैक रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जैक प्रधान सुखदेव चौधरी ने बुधवार को शहर की विभिन्न कालोनियों का दौरा करने के बाद कहा कि नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी की कार्य में कोताही तथा गैर जिम्मेदारी के कारण जीरकपुर शहर पहली ही बारिश में डूब गया। सैकड़ों लोगों की गाडिय़ां पानी में डूब गर्इं और कई जगह जलभराव की समस्या आई है। चौधरी ने कहा कि नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी ने फरवरी 2020 में कार्यभार संभालने के बाद जीरकपुर में अवैध निर्माणों को बढ़ावा देने, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नक्शे व कालोनियां पास करने के अलावा दूसरा कोई काम नहीं किया।

उन्होंने कहा कि जो सड़कें तीन माह पहले बनाई गई थीं, वे मंगलवार को हुई बारिश में बह गईं। जीरकपुर के हालात ये हैं कि अवैध निर्माणों के चलते यहां पानी निकासी का कोई प्रबंध नहीं है। जैक प्रधान ने बताया कि आज लोगों की मांग पर जैक प्रतिनिधियों ने ढकोली, पीरमुछल्ला समेत कई स्थानों पर आवासीय सोसायटियों का दौरा किया। यहां आज भी लोग बरसाती पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। जीरकपुर के लाखों लोगों को संकट में डालने के लिए कार्यकारी अधिकारी को जिम्मेदार ठहराते हुए सुखदेव चौधरी ने कहा कि ईओ बताएं कि उन्होंने एक साल के कार्यकाल के दौरान कब-कब जनता दरबार लगाए हैं और कब-कब वह लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए फील्ड में उतरे हैं।