तालिबान से बात के पक्ष में जर्मनी; कहा, अफगान की सुरक्षा के लिए जारी रखनी चाहिए बातचीत

एजेंसियां — बर्लिन

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां की स्थिति काफी बदल चुकी है। इस सबके बीच जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा है कि तालिबान से बातचीत करनी चाहिए। मर्केल ने कहा है कि यह अफगान की सुरक्षा के लिए हितकारी है कि तालिबान के साथ बातचीत की जाए। अंतरराष्ट्रीय समुदाय अगर नाटो की तैनाती के दो दशकों के दौरान अफगानिस्तान में किए गए सुधारों की रक्षा करना चाहती है तो हमें तालिबान के साथ बातचीत जारी रखनी चाहिए।

ताजिकिस्तान बोला, तालिबान की सरकार मंजूर नहीं

काबुल। पंजशीर में तालिबान और नॉर्दन अलायंस के लड़ाकों से तालिबान के साथ पाकिस्तान भी घबराया हुआ है। इस बीच, पाक के पीएम ने अपने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों को साधने की जिम्मेदारी दी है। इसी क्रम में कुरैशी तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान पहुंचे। ताजिकिस्तान के राष्ट्रपतिने कुरैशी से कहा है कि अफगानिस्तान में ताजिक मूल के 46 फीसदी लोग रहते हैं। ताजिकिस्तान ऐसी सरकार को स्वीकार नहीं करेगा, जिसमें सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व न हो।