कृषि कानूनों को अकाली जिम्मेदार

सिद्धू का आरोप, एक देश दो बाजार सिस्टम लागू कर रही सरकार

चंडीगढ़, 15 सितंबर (ब्यूरो)

पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू ने बुधवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कृषि कानूनों के लिए सीधे तौर पर अकाली दल को जिम्मेदार ठहराया। सिद्धू ने कहा कि जिस समय कृषि कानून बनाए गए थे, उस समय अकाली दल एनडीए का हिस्सा था। सिद्धू ने कहा कि कांग्रेस ही एमएसपी, मंडी, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एक्ट और सार्वजनिक वितरण प्रणाली लाई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस सर्वदलीय बैठक में कृषि कानूनों पर प्रस्ताव पास हुआ था, उससे सुखबीर बादल ने नाम वापस ले लिया था, लेकिन मीटिंग के मिनट्स के अनुसार उन्होंने अध्यादेशों को समर्थन किया था और इसे किसान समर्थक बताया था। नवजोत सिंह सिद्धू ने केंद्र सरकार द्वारा फसल खरीद के लिए फर्द को अनिवार्य किए जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ऐसे नियम थोपकर एक देश,दो बाजार का सिस्टम लागू कर रही है।

अपने ट्वीटर हैंडल से मंगलवार को सिद्धू ने दो ट्वीट किए और यह मुद्दा उठाते हुए लिखा कि खरीद से पहले एफएआरडी की अनिवार्य मांग के संबंध में केंद्र सरकार के आदेश पंजाब के सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने के खिलाफ हैं, क्योंकि ये आदेश केवल एपीएमसी मंडियों के लिए मान्य हैं, जहां खरीद एमएसपी पर होती है, न कि निजी मंडियों के लिए। इससे पहले सिद्धू ने ट्वीट किया कि पंजाब की एक तिहाई भूमि पर पट्टे पर खेती की जाती है, जिनमें से कई मौखिक अनुबंध हैं। सांझा मुश्तरखा खाता के कारण हमारे राज्य के कई हिस्सों में कोई स्पष्ट भूमि स्वामित्व रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। कई भूमि मालिक विदेशों में रह रहे हैं और बहुत सारे भूमि रिकॉर्ड कानूनी विवादों के अधीन हैं। सिद्धू ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार का मंसूबा पंजाब के एपीएमसी सिस्टम को बर्बाद करना है।