जहां टीचर्ज नहीं, वहां ऑनलाइन स्टडी, कालेजों में शिक्षकों की कमी को दूर करेंगे महाविद्यालयों के अध्यापक

प्रदेश के कालेजों में शिक्षकों की कमी को दूर करेंगे नजदीकी महाविद्यालयों के अध्यापक

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

प्रदेश के जिन कालेजों में शिक्षक नहीं, उन कालेजों के छात्रों को नजदीकी कालेजों के शिक्षक ऑनलाइन पढ़ाई करवाएंगे। शिक्षा विभाग ने इस बारे में सभी स्कूलों के प्रिंसीपल को निर्देश जारी किए हैं। इस बारे में कहा गया है कि ऐसे कालेज जहां पर किसी विषय का शिक्षक नहीं है, वहां पर छात्रों को दूसरे कालेज के शिक्षक वर्चुअली ही पढ़ाएंगे। वर्चुअल क्लासरूम से यह संभव होगा। पढ़ाई का यह तरीका टू वे कम्युनिकेशन होगा। छात्र शिक्षकों से सवाल भी पूछ सकेंगे। शिक्षक भी हर छात्र से बात कर सकेगा। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की कमी को देखते हुए यह वैकल्पिक व्यवस्था तैयार की है।

उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत शर्मा की ओर से यह निर्देश जारी किए गए हैं। कालेजों में इन दिनों छात्रों की कक्षाएं सुचारू तौर पर चल रही हैं लेकिन कुछ कालेज ऐसे हैं जहां पर शिक्षक ही नहीं हंै। ऐसे में इन छात्रों के लिए शिक्षा विभाग की ओर से यह वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। ऐसे कालेज या स्कूल को सेंटर बनाया जाएगा, जिसमें शिक्षक के सभी पद भरे हों या स्टाफ सरप्लस हों। खास बात यह है कि इसमें दूरदराज के क्षेत्र में बैठा विद्यार्थी भी इस प्रणाली के माध्यम पढ़ा रहे शिक्षक से सवाल भी पूछ सकेगा। इसमें कहा गया है कि शिक्षक सबसे पहले प्रैक्टिकल पर फोक्स करें।