शिक्षक कोविड ड्यूटी पर, कैसे होगी छात्रों की पढ़ाई

थुरल स्कूल के चार अध्यापक वैक्सीनेशन ड्यूटी पर होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई पर मंडराया संकट

विपन सूद-डरोह
प्रदेश में जहां नौवीं से बाहरवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुले हुए लगभग एक महीना होने को है, लेकिन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थुरल के चार शिक्षकों के अभी भी वैक्सिनेशन ड्यूटी पर होने से विद्यार्थियों को पढ़ाई का नुकसान झेलना पड़ रहा है, जिससे विद्यार्थियों के अभिभावकों में सरकार व प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश है। यहां जारी एक लिखित प्रेस विज्ञप्ति में स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों के अभिभावकों वंदना राजपूत, सुनील गौतम, सुरजीत सिंह, मनोज कुमार, संदीप कुमार, नीलम कुमारी व प्रवीण सूद ने बताया कि नौवीं से बाहरवीं के विद्यार्थियों के फस्र्ट टर्म परीक्षाएं 16 नवंबर से शुरू हो रही हैं, लेकिन अभी भी पढ़ाई के इस पार्ट टाइम में विद्यालय के चार शिक्षक वैक्सिनेशन ड्यूटी पर लगाए हुए, जिससे हमारे बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि विद्यालय के दो शिक्षकों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बछबाईं व दो अन्य शिक्षकों को नागरिक अस्पताल थुरल में गत कई महीनों से एसडीएम धीरा के आदेशानुसार वैक्सिनेशन पर प्रतिनियुक्ति की गई है, लेकिन काफी लंबे अरसे बाद स्कूल खुलने के बावजूद इन शिक्षकों को पढ़ाई करवाने के स्थान पर अभी भी वैक्सिनेशन ड्यूटी पर ही तैनात किया हुआ है, जो कि इस स्कूल में पढ़ रहे विद्यार्थियों से अन्याय है। हालांकि विद्यालय प्रशासन ने भी इन शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति को रद्द करने का आग्रह प्रशासन से किया है, लेकिन नतीजा शून्य ही रहा। उपरोक्त अभिभावकों ने कहा कि कोरोना के कारण लंबे समय तक स्कूल बंद रहने के कारण हमारे बच्चों की पढ़ाई का पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है और अब जबकि फस्र्ट टर्म परीक्षाएं सिर पर हैं, तो भी विद्यालय के चार शिक्षकों अध्यापन के कार्य से हटाकर अन्य कार्य पर लगा रखा है, जो कि हमारे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इन अभिभावकों ने विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार से आग्रह किया कि वह इस मामले में हस्तक्षेप कर थुरल स्कूल के वैक्सिनेशन ड्यूटी पर तैनात अध्यापकों की प्रतिनियुक्ति अविलंब रद्द करवाने के निर्देश प्रशासन को दें।