Coal crisis: भारत तो पावर सरप्लस देश है…कोयला संकट की खबरों पर बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

एजेंसियां — वाशिंगटन

देश में कोयले की कमी की खबरों के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इन दावों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि भारत तो ‘पावर सरप्लस’ देश है। सीतारमण ने कहा कि ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने दो दिन पहले ही आधिकारिक बयान देकर कोयला संकट के दावों को खारिज करिया था। सीतारमण ने कहा कि एकदम बेबुनियाद! किसी चीज की कोई कमी नहीं है। बल्कि, अगर मैं ऊर्जा मंत्री का बयान याद दिलाऊं, तो हर बिजली उत्पादन केंद्र के पास अगले चार दिन का कोयला स्टॉक में है और सप्लाई चेन नहीं टूटी है।

हार्वर्ड केनेडी स्कूल में संवाद के दौरान एक हार्वर्ड के प्रोफेसर लॉरेंस समर्स ने सीतारमण से कोयले की कमी और बिजली कटौती को लेकर सवाल किया। इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि ऐसी कोई कमी नहीं होगी, जिससे सप्लाई बाधित हो। भारत एक पावर सरप्लस देश है। सीतारमण ने लखीमपुर खीरी में चार किसानों की मौत और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी के बारे में हार्वर्ड केनेडी स्कूल में बातचीत के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि अच्छा है कि आपने ऐसी घटना उठाई, जो पूरी तरह से निंदनीय है और हम में से हर कोई यह कह रहा है।

दोहरे अंक के करीब रहेगी जीडीपी बढ़ोतरी दर

सीतामरण का कहना है कि भारत तेजी से बढऩे वाली अर्थव्यवस्थाओं में एक है। देश मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान दोहरे अंक के करीब जीडीपी बढ़ोतरी की दिशा में बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2022 में देश की आर्थिक वृद्धि 7.5 फीसदी से लेकर 8.5 फीसदी के दायरे में रहेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये आर्थिक वृद्धि दर अगले दशक तक कायम रहेगी। वित्त मंत्री ने कहा कि इस साल हम भारत की आर्थिक वृद्धि दर दोहरे अंकों के आसपास देख रहे हैं, जो दुनिया के किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा होगी।