पेंशन बहाली को जंतरमंतर पर रोष, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टीचर आर्गेनाइजेशन ने किया ऐलान

कार्यालय संवाददाता — मंडी

ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टीचर आर्गेनाइजेशन ने पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर आवाज बुलंद कर दी है। इस बाबत फेडरेशन का एक प्रतिनिधिमंडल उक्त विषय को लेकर मानव संसाधन एवं विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मिलेगा, अगर सरकार शीघ्र कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है तो संघ संगठनों के साथ मिल कर दिल्ली के जंतरमंतर पर एक बहुत बड़ा धरना-प्रदर्शन करेगा। यह बात फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अश्वनी कुमार, सेक्टरी जनरल सीएल रोज, कार्यकारी अध्यक्ष हितेश भाई पटेल, सलाऊद्दीन, रश्मि सिंह, वित्त सचिव रणजीत सिंह राजपूत्त, राष्ट्रीय प्रेस सचिव प्रेम शर्मा, उपाध्यक्ष सतपाल भूरा, एनजी रेड्डी, श्रीपाल रेड्डी, महिला विंग उपसचिव सोनल के पटेल, सहसचिव केसर सिंह ठाकुर सहित अन्य ने कही।

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल को छोड़कर सभी राज्य सरकारों व केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए नई पेंशन स्कीम लागू की है। इस व्यवस्था को जनवरी 2004 के बाद नियुक्त सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना के स्थान पर नई पेंशन योजना लागू की गई है। पुरानी पेंशन योजना सरकारी कर्मचारी के बुढ़ापे की लाठी है, तो दूसरी ओर नई पेंशन योजना उसके साथ बहुत बड़ा छलावा है। इस योजना में शामिल कर्मचारी को 60 वर्ष की उम्र के पश्चात मामूली मासिक पेंशन मिलती है, जबकि पुरानी पेंशन योजना में इतनी ही सेवा के बदले अच्छी मासिक पेंशन मिलती हैं। संगठन राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अश्वनी कुमार ने प्रश्न किया है कि वर्ष 2003 के बाद निर्वाचित सांसदों और विधायकों को पेंशन क्यों प्रदान की जा रही है। एक दिन सांसद, विधायक रहने पर भी उनको पेंशन मिलती है, तो कर्मचारियों को पेंशन देने में हिचक क्यों। उन्होंने मांग कि है कि पुरानी पेंशन को जल्द बहाल किया जाए।