जीवन शैली में बदलाव लाने की जरूरत

हमारे देश में फीजियोथैरेपी का बहुत महत्त्व है। इसका प्रयोग बढ़ रहा है। वैसे शरीर की हड्डियों को दुरुस्त रखने और अन्य बीमारियों से बचने के लिए फीजियोथैरेपी चिकित्सा पद्धति हमारे देश के लिए कोई नई पद्धति नहीं है। इसका प्रचलन हमारे देश में प्राचीन समय से है। यह लगभग 200 साल पुरानी है। मालिश और कसरत से शरीर को तंदुरुस्त रखने की परंपरा हमारे गांवों और शहरों में अभी भी प्रयोग की जाती है, हालांकि शहरों के लोग छोटे से रोग के लिए अंग्रेजी दवाई खाकर अपने लिवर, किडनी, दिल आदि पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं। मांसपेशियों, हड्डियों के दर्द का मुख्य कारण गलत खानपान, धूप में न बैठना, हरी सब्जियों के सेवन से दूर जाना, सुबह देर तक सोना, व्यायाम और सैर के लिए समय न निकालना भी है। अतः जीवन शैली में बदलाव की जरूरत है।

 -राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा