सुरंगानी में प्रोजेक्ट प्रबंधन के खिलाफ नारे

ठेकेदार के जरिए सप्लाई लेबर के तौर पर कार्यरत दो कर्मचारियों को सेवा समाप्ति के नोटिस, ग्रामीणों में बढ़ा रोष

निजी संवाददाता-सुरंगानी
बैरास्यूल पावर स्टेशन सुरंगानी में ठेकेदार के माध्यम से सप्लाई लेबर के तौर पर कार्यरत दो कर्मचारियों को सेवा समाप्ति के नोटिस थमाए जाने से नाराज ग्रामीणों ने पंचायत प्रतिनिधियों संग मिलकर कस्बे में रैली निकालने के साथ ही प्रोजेक्ट कार्यालय के मुख्य गेट के बाहर धरना- प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने प्रोजेक्ट प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। प्रोजेक्ट प्रबंधन के कर्मचारियों की सेवाओं को यथावत रखने के आश्वासन के बाद ही ग्रामीणों ने अपना धरना समाप्त किया। बैरास्यूल पावर स्टेशन में पिछले दस-बारह वर्षो से ठेकेदार के माध्यम से सप्लाई लेबर के तौर पर कार्यरत दो कर्मचारियों को सेवा समाप्ति के नोटिस जारी किए गए हैं। प्रोजेक्ट प्रबंधन के इस फैसले के खिलाफ ग्रामीणों ने खासी नाराजगी जाहिर की है।

ग्रामीणों का कहना है कि पिछले काफी समय से यह लोग सप्लाई लेबर के तौर पर कार्यकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। ऐसे में अगर इनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाती है तो उन्हें परिवार के गुजर-बसर में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस धरना-प्रदर्शन में ग्राम पंचायत ब्याणा की प्रधान निशा कुमारी,उपप्रधान अजय भारद्वाज, मंजीर पंचायत के उपप्रधान नरेंद्र ठाकुर, सिंगाधार पंचायत के प्रधान संजीव ठाकुर, एक्स सर्विसमैन बीडीसी मेंबर मोहिंद्र सिंह ठाकुर, पूर्व प्रधान परमिंद्र, पूर्व प्रधान सुरिंद्र भारद्वाज ग्राम पंचायत बयाना के वार्ड मेंबर चैनलाल सरीन, मीना शर्मा, दिशो देवी व उमा देवी के अलावा स्थानीय लोग शामिल रहे। उधर, बैरास्यूल पावर स्टेशन सुरंगानी के डीजीएम सीआर शर्मा ने बताया हैड आफिस से 28 लोगों की अपू्रवल आई थी। इस कारण 28 लोगों को ही काम पर रखना था। मगर अब किसी कर्मचारी को नहीं निकाला जाएगा। इन कर्मचारियों को दूसरे डिपार्टमेंट में एडजस्ट कर लिया जाएगा।