पराली को वायु प्रदूषण का कारण न बनने दें

खेतों में पराली जलाने से वायु प्रदूषण बढ़ जाता है। कुछ क्षेत्रों में इसके धुएं के कारण सांस लेना मुश्किल हो जाता है। राज्यों सरकारों और केंद्र सरकार को किसानों को पराली संभालने या इसको उपयोगी बनाने के लिए जागरूक करने के साथ-साथ किसानों की मदद भी करनी चाहिए। अमरीका के सबसे बड़े धान उत्पादक राज्य कैलिफोर्निया में 1990 के दशक में पराली जलाने से निकले धुएं ने जब लोगों की सेहत और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाना शुरू किया था, तब वहां के प्रशासन ने पराली जलाने को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए थे, लेकिन जब पराली नहीं जलाने की कोशिश कामयाब नहीं हुई, तब यह निर्णय लिया गया था कि पराली का इस्तेमाल बिजली संयंत्रों में बायोमॉस के रूप में किया जाएगा। ऐसा ही भारत के राज्यों को करना चाहिए।

-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा