प्लेन के ईंधन पर हिमाचल सरकार ने 92 फीसदी घटाया वैट

छोटे एयरपोट्र्स पर उड़ानों की संख्या बढ़ाने को हिमाचल ने उठाया बड़ा कदम

राज्य ब्यूरो प्रमुख – शिमला
हिमाचल के गगल, भुंतर और शिमला के जुब्बड़हट्टी स्थित तीनों छोटे एयरपोट्र्स के लिए राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। यहां एविएशन फ्यूल से टैक्स में 92 फीसदी की भारी कटौती की गई है। नई बात यह है कि वैट घटाने के बाद अब केंद्र सरकार से हवाई सेवाओं को लेकर नया कदम उठाने के लिए पैरवी की जा रही है। मुख्य सचिव रामसुभग सिंह इसके लिए खुद दिल्ली भी गए हैं। पिछली कैबिनेट में वैट कटौती के फैसले को हरी झंडी दी गई थी। दरअसल राज्य में हवाई जहाज के ईंधन पर 25 फीसदी वैट था। इसमें अब 92 फीसदी की कटौती की गई है। यानी अब एविएशन फ्यूल पर वैट सिर्फ दो फीसदी होगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जब उपचुनाव से पहले दिल्ली में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले थे, तब जयराम ठाकुर ने हिमाचल के एयरपोट्र्स के लिए आधुनिक एटीआर 42-600 विमान भेजने को कहा था। शिमला के लिए इंडिगो कंपनी से भी बात चल रही है।

केंद्रीय मंत्री ने बताया था कि शिमला एयरपोट्र्स पर उड़ानें शुरू करने के लिए वैट कम करना चाहिए। कंपनियों का तर्क था कि यह टैक्स ज्यादा है। इससे सहमति जताते हुए राज्य सरकार ने चुनाव से पहले ही यह फैसला करना था, लेकिन चुनाव आचार संहिता के कारण नहीं हो पाया। अब यह फैसला लिया गया है। वर्तमान मेें शिमला में एटीआर 42 और धर्मशाला तथा कुल्लू में एटीआर 72 विमान आते हैं। वैट कम होने से अब सभी एयरलाइंस को सुविधा मिलेगी।

दिल्ली पहुंचे मुख्य सचिव रामसुभग सिंह
मुख्य सचिव रामसुभग सिंह शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे हैं। वह नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव से मिलेंगे। रामसुभग ने बताया कि राज्य सरकार ने एविएशन फ्यूल पर वैट में इतनी बड़ी कटौती इसलिए की है, ताकि उड़ानों की संख्या बढ़े और शिमला के जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर भी आगामी समर टूरिस्ट सीजन अच्छा जाए। इस एयरपोर्ट में आधुनिक विमान भेजने का आग्रह किया जाएगा।