खन्ना में किसानों का संघर्ष जारी, परचे रद्द करने-शहीदों को मुआवजा देने की उठा रहे मांग

खन्ना, 2 दिसंबर(निसं)

ललहेड़ी चौक माइनिंग ब्रिज के अंतर्गत कामरेड करनैल सिंह एकोलाहा केंद्रीय समिति सदस्य के नेतृत्व में अखिल भारतीय संयुक्त किसान सभा का संघर्ष गुरुवार को 68वें दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों को जारी किए गए पर्चे रद्द नहीं किए जाते, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। किसान संघर्ष के शहीदों को मुआवजा, बिजली संशोधन विधेयक 2022, कॉमरेड करनैल सिंह एकोलाहा ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया और कहा कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करना किसान मजदूर एकता की जीत है। राष्ट्रीय पीड़ा को भांपते हुए, भारतीय संवैधानिक लोकतंत्र को वर्तमान राजनीतिक दलदल से बाहर निकालने के लिए, मजदूरों, किसानों, छात्रों और छोटे उद्यमियों को वोटों में बदलने की जरूरत है, ताकि वे अपने संवैधानिक लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूंजीवादी लाभों की भीख मांग सकें। मौलिक अधिकार। रोल ओवर करने की जरूरत नहीं है और अपने दम पर निर्णय लेने और लागू करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि सभी सिख और कम्युनिस्ट पार्टियों और संघर्षरत संगठनों को व्यक्तिगत हितों से ऊपर उठकर कम से कम एक मंच और न्यूनतम कार्यक्रम पर एकजुट होने की जरूरत है। इससे निश्चित तौर पर कई नेताओं के अहंकार को ठेस पहुंचेगी, लेकिन जनहित के लिए प्रयास की जरूरत है। इस मौके पर सिंह डेयरीवाला, बलबीर सिंह सुहावी आदि ने भी मोर्चे पर उपस्थिति दर्ज कराई।