जीएसटी दरें बढ़ाने पर बवाल, प्रदेश व्यापार मंडल में रोष, पीएम को पोस्टकार्ड भेज जताएंगे विरोध

बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर प्रदेश व्यापार मंडल में रोष, पीएम को पोस्टकार्ड भेज जताएंगे विरोध

नगर संवाददाता — ऊना

जीएसटी की दरों में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर व्यापारी केंद्र सरकार के खिलाफ लामबद हो गए हैं। केंद्र सरकार ने कपड़े, स्टेशनरी, रेडीमेड सहित अन्य उत्पादों पर जीएटी की दरों को बढ़ाया है। इसके चलते हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल ने कड़ा रुख अपनाया है। हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल इसके विरोध में पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र अभियान शुरू करेगा। प्रदेश का प्रत्येक व्यापारी पीएम को पोस्टकार्ड भेजेगा, जिसमें बढ़ाई गई जीएसटी दरों का विरोध किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष सुमेश शर्मा ने बताया कि जीएसटी की दरों में बढ़ोतरी करना सरासर गलत है। इससे पहले ही जीएसटी की दरें काफी हैं, लेकिन अब सरकार जीएसटी की दरों में भारी बढ़ोतरी करने जा रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार व्यापारी पर आर्थिक बोझ डाल रही है। उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों में बढ़ोतरी होने पर पूरे प्रदेश के व्यापारियों में रोष है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी की दरों को लेकर जल्द कोई बदलाव करने का निर्णय नहीं लिया, तो व्यापारी जल्द बैठक कर नई रणनीति तैयार करेंगे। वहीं जीएसटी की दरों में बढ़ोतरी किए जाने के निर्णय पर व्यापारियों में रोष है। हिमाचल व्यापार मंडल ने जीएसटी की दरों की बढ़ोतरी के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजने का निर्णय लिया है। व्यापार मंडल पूरे प्रदेश भर में पोस्ट कार्ड अभियान चलाएगा, जिसमें सभी व्यापारी प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर विरोध जताएगा।

आर्थिक बोझ के साथ बढ़ेगी महंगाई

हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष सुमेश शर्मा ने बताया कि सरकार पहली जनवरी से कपड़ा, जूते, रेडीमेड, गारमेंट, स्टेशनरी, कॉस्मेटिक आदि पर जीएसटी की दरों में पांच से 12 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर रही है। उन्होंने बताया कि जीएसटी बढऩे से व्यापारियों पर जहां आर्थिक बोझ पड़ेगा, वहीं महंगाई भी बढ़ेगी। वहीं भ्रष्टाचार का भी बोलबाला होगा। उन्होंने कहा कि एक कपड़े व्यापारी का लाभ पांच से सात प्रतिशत तक होता है। अगर वे 12 प्रतिशत टैक्स देंगे, तो व्यापारी अपने परिवार का पालन कैसे करेंगे।