पायल साइंटिफिक सर्वे के लिए सिलेक्ट, कॉमनवैल्थ चैंपियनशिप में विकास ठाकुर को कांस्य

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — बिलासपुर
इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते 29वीं नेशनल चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया जा रहा है, जिसमें जिला स्तर पर विभिन्न गतिविधियां ऑनलाइन माध्यम से संपन्न हुई। इनमें सीनियर वर्ग में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मैहथी की छात्रा पायल ठाकुर का चयन राज्य स्तर के लिए साइंटिफिक सर्वे रिपोर्ट के लिए हुआ है। पायल ठाकुर के चयन से विद्यायल में खुशी का महौल है तथा विद्यालय के लिए गर्व का क्षण है। पायल कक्षा नौवीं की छात्रा है, उसने अपने प्रोजेक्ट में लस्सी और तांबे से एक ऐसा प्रभावशाली फफूंद नाशक तैयार किया है, जो हमारी फसल को फफूंद से निजात दिलाने में उतना ही कारगर है, जितना कि बाजार से लाए गए रसायनिक फफूंद नाशक। इसे बनाने का उपाय अत्यंत ही सरल है और यह बहुत ही कम खर्चे में आसानी से घर पर ही तैयार किया जा सकता है। सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि यह फफूंद नाशक हमारी फसल, सेहत और वातावरण के लिए हानिकारक नहीं है। पायल को इस प्रोजेक्ट को करने की प्रेरणा विद्यालय के प्रधानाचार्य दरोगा राम व विज्ञान की अध्यापिका वर्षा रानी से मिली है। उन्होंने इस छात्रा को अपने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में संपूर्ण सहयोग दिया तथा उसका मार्गदर्शन किया।

कॉमनवैल्थ चैंपियनशिप में विकास ठाकुर को कांस्य

निजी संवाददाता — टौणीदेवी
तहसील टौणीदेवी के गांव पटनौण के विकास ठाकुर ने कजाकिस्तान में आयोजित कॉमनवैल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 97 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया। विकास की जीत की खबर सुनते ही गांव में खुशी का माहौल बन गया। विकास ठाकुर के पिता बृज लाल ठाकुर लुधियाना में रेलवे में कार्यरत हैं व बेटे की इस उपलब्धि पर उन्होंने खुशी जाहिर की। बता दें कि विकास ठाकुर देश के जाने-माने वेटलिफ्टर हैं। उन्होंने वर्ष 2014 में कॉमनवैल्थ गेम्स में देश को सिल्वर दिलाया था। विकास ठाकुर छह बार नेशनल चैंपियन व नेशनल रिकार्ड होल्डर रहे हैं। उन्होंने कॉमनवैल्थ गेम्स में 2015 में गोल्ड मेडल, 2017 में कांस्य व 2018 में भी कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर सहित पंचायत प्रधान व स्थानीय लोगों ने उन्हें जीत पर बधाई दी।