सत्र के पहले दिन शोक उद्गार के बाद खूब हुआ हंगामा
अग्निहोत्री बोले, हर तरह की चर्चा से भाग रही सरकार
सीएम ने कहा, बेतुके प्रस्ताव से कांग्रेस ने बनाया अपना मजाक
राज्य ब्यूरो प्रमुख — धर्मशाला
तपोवन में शुक्रवार से शुरू हुए विधानसभा के शीतकालीन सत्र का पहला दिन ही गरमाहट भरा रहा। दिवंगत पूर्व विधायकों के लिए लाए गए शोकोद्गार प्रस्ताव के एकदम बाद विपक्षी दल कांग्रेस के विधायक जयराम सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ले आए। विधानसभा के नियम 278 के तहत यह प्रस्ताव नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, रामलाल ठाकुर, कर्नल धनीराम शांडिल, जगत सिंह नेगी, मोहनलाल ब्राकटा और नंदलाल द्वारा लाया गया था। विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने विपक्ष विधायक के विधायकों से इसे प्रस्तुत करने के लिए पूछा और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने इसे प्रस्तुत किया। मुकेश ने कहा कि मौजूदा सरकार हाल ही में हुए उपचुनाव में 4-0 से हारने के बाद अपनी क्रेडिबिलिटी, अथॉरिटी और जनता में भरोसा खो चुकी है।
यही वजह है कि अराजकता का माहौल है और हर रोज नए धरना प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इस्तीफा देकर चुनाव का रास्ता प्रशस्त करना चाहिए। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने नेता प्रतिपक्ष को इस प्रोपोजल को मूव करने के लिए जरूरी एक-तिहाई विधायक खड़े करने को कहा। सभी कांग्रेस विधायक और माकपा के एकमात्र विधायक राकेश सिंघा के खड़े होने के बाद भी संख्या कुल 20 विधायकों की बन रही थी। विधानसभा नियमावली को पढ़ते हुए विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि नियमानुसार इस प्रस्ताव को चर्चा के लिए लेने को 23 विधायकों की जरूरत है, जो कांग्रेस के पास नहीं हैं।
इसलिए यह प्रस्ताव खारिज किया जाता है। इसके बाद कांग्रेस विधायक दल के विधायक नारेबाजी करना शुरू हो गए। दूसरी तरफ भाजपा विधायकों ने भी काउंटर नारेबाजी शुरू कर दी और इस हमले और हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने सदन की कार्यवाही लंच के लिए स्थगित कर दी। उधर, सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह सरकार न सिर्फ चुनाव हारी है, बल्कि चर्चा से भी भाग रही है। इसी बीच, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल ने यह प्रस्ताव लाकर अपना ही मजाक बनाया है।