नोमिनेटेड काउंसलर की दौड़ में कूदे 600

प्रशासन के पास पहुंचे आवेदन, भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद भी टॉप नाइन में आने को आतुर

चंडीगढ़, 15 जनवरी (ब्यूरो)
चंडीगढ़ के महापौर चुनाव के बाद अब नॉमिनेटेड काउंसलर बनने के लिए दौड़ शुरू हो गई है। इस समय रिकार्ड 600 से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जो कि नोमिनेटेड काउंसलर बनना चाहते हैं। ऐसा पहली बार हुआ है जब महापोर चुनाव के बाद मनोनीत पार्षद नियुक्त होने की प्रक्रिया शुरू हुई है, जबकि इससे पहले मेयर चुनाव से पहले ही प्रशासन की ओर से मनोनीत पार्षद नियुक्त कर दिए जाते थे। प्रशासन की तरफ से नौ मनोनीत पार्षद बनाए जाते हैं। महापौर चुनाव के लिए डीसी द्वारा किसी मनोनीत पार्षद को ही पीठासीन अधिकारी बनाया जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया। प्रशासन की ओर से भाजपा के पार्षद महेश इंद्र सिद्धू को पीठासीन अधिकारी बनाया गया था। इस समय मनोनीत पार्षद बनने के लिए जहां प्रशासन को शहर के प्रतिष्ठित लोग आवेदन कर रहे हैं, वहीं सूत्रों के अनुसार भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद को भी दावेदार अपना बायोडाटा भेज रहे हैं। अगले सप्ताह प्रशासन की ओर से नए मनोनीत पार्षद की सूची जारी कर दी जाएगी।

साल 1996 से लेकर अब तक हर नगर निगम में प्रशासन की ओर से नव मनोनीत पार्षद नियुक्त किए जाते हैं। इस बार नगर निगम चुनाव में भाजपा को 12 सीटों पर जीत मिली। पार्टी के कई दिग्गज भी चुनाव हार गए। ऐसे में अब हारे हुए उम्मीदवार भी मनोनीत पार्षद बनना चाहते हैं। भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद खुद मनोनीत पार्षद बनना चाहते हैं। भाजपा चाहती है कि वह अपने ज्यादा से ज्यादा नेताओं को मनोनीत पार्षद नियुक्त करवाए, ताकि सदन में उनका बोलबाला रहे। भाजपा के जो 12 पार्षद जीते हैं, उनमें अधिकतर नए हैं। भाजपा की तरफ से संभावित उम्मीदवारों के नाम पार्टी हाईकमान को भेजे गए हैं। हालांकि अंतिम मुहर प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित लगाएंगे। प्रशासन की ओर से संभावित उम्मीदवारों के नामों पर मंथन करने के लिए एक कमेटी का भी गठन किया गया है। व्यापार मंडल की ओर से महासचिव संजीव चड्डा का नाम मनोनीत पार्षद के लिए भेजा गया है। इसके साथ-साथ व्यापारियों में अमित जिंदल, कमलजीत पंछी और व्यापार मंडल के अध्यक्ष चिरंजीव का नाम भी दावेदारों में शामिल है।