एक हजार करोड़ रुपए के विकास के दावे हवा, नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं लाइन पार के बाशिंदे

खन्ना की गलियों-सड़कों की हालत खस्ता, नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं लाइन पार के बाशिंदे, प्रदर्शन के बाद भी नहीं सुधरे हालात

खन्ना, 17 जनवरी (तेजिंद्र आर्टिस्ट)

लोग कहते हैं कि लाइन के पार डाले जा रहे सीवरेज ने हमारे जीवन को नरक बना दिया है। दलदल से भरी हुई गलियां, सड़कें बार-बार खोदी जा रही हैं। इन्हें कोई पूछने वाला नहीं है। नेता तो सिर्फ वोट मांगने ही आते हैं। विधायक जो एक हजार करोड़ रुपए के विकास के दावे कर रहे हैं, कहीं भी कोई विकास किया नजर नहीं आता है। उन्होंने कहा कि हलके के विधायक इसे अपना विकास बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि रुपए में से दस प्रतिशत भी कहीं लगा नजर नहीं आता है, जब लोगों से आम आदमी पार्टी के बारे में पूछा गया कि उसके बारे में लोगों की क्या राय है, तो लोग कहते हैं कि आम आदमी पार्टी भी आम आदमी है। समय ही बताएगा। पार्टियों के उम्मीदवार खन्ना क्षेत्र में तेजी से विकास के लिए काम करने का दावा करते नहीं थक रहे हैं। शहर की सड़कों को चंडीगढ़ जैसे बड़े शहरों की तर्ज पर विकसित करने के दावे सारे हवा में ही रह गए। शहर की कई गलियों की खस्ताहालत के चलते लोगों में काफी आक्रोश देखा गया है।

लोगों का कहना है कि हलका विधायक, मंत्री एक हज़ार करोड़ रुपए के विकास की बातें कर रहे हैं और उन्होंने नींव पत्थर लगातार रखे सब की बातें सोशल मीडिया में लोगों की चर्चा का विषय बना है कि सारा विकास हवा में हुआ और कई लोग तो अब कहने लगे कि किसी भी पार्टी को वोट नहीं देना चाहिए। हर वार्ड के निवासी गली क्षेत्र में काम पूरा नहीं होने पर लोगों में भारी रोष है। पंजाब में चुनाव आचार संहिता लागू होने से खन्ना की ललहेड़ी रोड रेलवे लाइन के पार के निवासी केवल विकास के सपनों के साथ ही रह गए हैं। दुख की बात है कि शहर के विकास के लिए शुरू किए गए नए काम रुक गए हैं। किसी भी सड़क में कोई नई ईंट नहीं रखी जा सकती है, गली, मोहल्ला, वार्ड जो पहले से ही निर्माणाधीन हैं, इसका उल्लेख यहाँ किया जाएगा निवासी, विशेष रूप से लाइन के पार, पिछले 40 वर्षों से नरक में हैं। लोग इन चुनावों से पहले कुछ राहत की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन विरोध के स्वर में कह रहे थे कि पूरा शहर कांग्रेस विधायक द्वारा संचालित अंध विकास की हवा में डूबा हुआ है, लेकिन उस क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ है जहां काम शुरू होने और काम पूरा होने के लिए शहरवासी और दुकानदार महीनों से इंतजार कर रहे थे। लोगों ने कई धरने किए और सड़कों को जाम कर दिया। विधायक द्वारा भी वादा किए गए ठेकेदारों के खिलाफ आवाज उठाई और लोग अब फिर से नारकीय जीवन जीने को मजबूर होंगे।