फरवरी में कोरोना की वापसी; विशेषज्ञों के अनुसार पहले सप्ताह में पीक, फिर गिरेगा ग्राफ, संक्रमण दर 14.1 प्रतिशत

विशेषज्ञों के अनुसार पहले सप्ताह में पीक, फिर गिरेगा ग्राफ, हिमाचल में संक्रमण दर 14.1 प्रतिशत

स्टाफ रिपोर्टर – शिमला

कोरोना वायरस के तीसरी लहर फरवरी में लौट सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि फरवरी के पहले सप्ताह में कोरोना की तीसरी लहर पीक पर होगी। इसके बाद प्रदेश में कोरोना वायरस का ग्राफ गिरना शुरू हो जाएगा। हाल ही में धर्मशाला आए भारत सरकार के स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने भी यही आकलन बताया था। यदि ऐसा रहा तो हिमाचल में इस शिक्षा सत्र में दोबारा स्कूल खुलने की उम्मीद है। नेशनल कोविड-19 सुपरमॉडल समिति ने कोरोना की तीसरी लहर के बारे में कहा है कि अगले महीने यानी फरवरी में तीसरी लहर पीक पर होगी। समिति ने ये भी कहा है कि तीसरी लहर दूसरी वेव जितनी खतरनाक नहीं होगी। एक बार ओमिक्रोन मुख्य वेरिएंट के तौर पर डेल्टा को रिप्लेस करना शुरू करेगा तो कोरोना के मामले तेजी से बढं़ेगे और ओमिक्रोन वेरिएंट तीसरी लहर का कारण बनेगा। देश में निश्चित रूप में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है, लेकिन इससे भयभीत होने की जरूरत नहीं है।

हिमाचल प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस 12 हजार को पार हो चुके हैं, लेकिन प्रदेश के अस्पतालों में कोविड मरीजों की संख्या अभी भी बहुत कम है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आकड़ों के अनुसार प्रदेश के सभी अस्पतालों में अभी तक कोविड के कुल 143 मरीज भर्ती है। इनमें 63 मरीज ऑक्सीजन बेड पर है, जबकि 66 मरीज आईसीयू पर है। इसके अलावा 14 मरीज आईसीयू बेड पर है, जबकि बाकी सभी मरीज होम आइसोलेशन पर है। विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अभी तक साप्ताहिक संक्रमण दर 14.1 प्रतिशत है, जबकि संक्रमण दर शून्य के आसपास है। पिछले हफ्ते में प्रदेश में कोविड के कारण सिर्फ नौ ही लोगों की मौत हुई है। दस जनवरी से लेकर 16 जनवरी तक प्रदेश में कुल 80227 लोगों के टेस्ट लिए गए थे। इनमें से 11,280 लोग कोविड संक्रमित पाए गए है। कोविड संक्रमण दर बीते हफ्ते में शिमला जिला में सबसे ज्यादा रही। शिमला जिला में संक्रमण दर 25.3 रही। दूसरे स्थान पर सोलन जिला में संक्रमण दर सबसे ज्यादा रही। सोलन में 20.7 और हमीरपुर जिला 19.9 प्रतिशत संक्रमण दर के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

प्रदेश में साप्ताहिक संक्रमण दर
जिला साप्ताहिक संक्रमण दर
बिलासपुर 561 6.0
चंबा 335 7.1
हमीरपुर 1056 19.9
कांगड़ा 2164 13.8
किन्नौर 114 7.8
कुल्लू 469 16.2
लाहुल-स्पीति 22 4.3
मंडी 1082 10.1
शिमला 1628 25.3
सिरमौर 916 16.5
सोलन 1939 20.7
ऊना 994 12.3
कुल 11280 14.1

पर्यटन कारोबारी झेल रहे कोविड की मार

शिमला । हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम के पूर्व उपाध्यक्ष शिमला शहरी से कांग्रेस प्रत्याशी रहे हरीश जनारथा ने पर्यटन निगम की वित्तीय स्थिति और इससे पैदा हुए हालातों को चिंताजनक बताया है। जनारथा ने इस स्थिति को बेहतर तरीके से संभालने और निगम कर्मचारियों में इसे लेकर निराशा को दूर करने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है। कारोना काल में पर्यटन निगम को हुए नुकसान के बाद निगम जिस हालात से गुजर रहा है, उसके लिए सरकार का सकारात्मक सहयोग बेहद जरूरी है।

निगम कर्मचारियों को सरकार और प्रबंधन जिस तरह से सौतेला व्यवहार कर रहा है, वह इससे भी ज्यादा चिंता का कारण है। हिमाचल पर्यटन निगम कर्मचारी लगभग दो सालों से अपना मासिक वेतन समय पर न मिलने से परेशान हैं। अब तो मासिक वेतन भी एक-दो महीना देरी से मिल रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि कर्मचारियों के बारे में सोचा जाए, ताकि उन्हें वेतन मिलने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।