फूलों ने सजाया सोलन के राजीव का करियर, राजीव सालाना करीब 40 से 50 लाख रुपए तक के बेचते हैं फूल

मोहिनी सूद — सोलन

सोलन के डांगरी गांव के राजीव फूलों की खेती से जहां अपनी आर्थिकी मजबूत कर रहे हैं, वहीं लोगों को भी रोजगार प्रदान कर रहे हैं। राजीव सालाना करीब 40 से 50 लाख रुपए तक के फूल बेचते हैं। राजीव ने भी अन्य युवाओं की ही तरह एमए और एमफिल करने के बाद नौकरी की तालाश की और करीब दो वर्षों तक पॉलिटेक्निक कालेज कंडाघाट में जॉब की। मगर उनके मन मे कुछ अलग करने की चाह ने उन्हे नौकरी छोडऩे पर मजबूर कर दिया और नौकरी छोडऩे के बाद वे खेतीबाड़ी करने लगे। वर्ष 2010 से विभिन्न संस्थानों से फ्लोरीकल्चर व पोलीहाउस तकनीक की ट्रेनिंग ली और शुरुआती दौर मे थोड़े से क्षेत्र मे कारनेशन फूलों की खेती आरंभ की।

धीरे-धीरे अपनी मेहनत के दम पर बड़े पैमाने पर फूलों की खेती करना आरंभ कर दिया। औद्योनिकी के क्षेत्र में कई तरह के उतार-चढ़ाव देखने के बाद राजीव आज एक सफल किसान के रूप मे कार्य कर रहे हैं। बता दें कि राजीव करीब छह से सात हजार स्कवेयर मीटर एरिया में कारनेशन फूलों की विभिन्न किस्में उगाते हैं। फूलों की खेती से राजीव जहां अपनी आर्थिकी को मजबूत कर रहे हैं, वहीं अन्य बेरोजगार लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। वर्तमान समय की बात करें तो अपने खेतों से राजीव सालाना 40 से 50 लाख रुपए तक के फूल मंडियों में बेचते हैं और इस समय करीब दस से बारह लोगों को अपने साथ रोजगार दे रहे हैं। राजीव ठाकुर ने बताया किपहले दो से तीन पोलीहाउस में उन्होंने फूलों की खेती शुरू की और जब काम अच्छा चलने लगा तो फूलों की खेती का काम और भी बढ़ा दिया।