शोधार्थियों का कोर्स वर्क होना जरूरी, बोले सीयू के कुलपति, रिसर्च स्कॉलर्स के लिए लगेगा ड्रेस कोड

ऑनलाइन बैठक में बोले सीयू के कुलपति, रिसर्च स्कॉलर्स के लिए लगेगा ड्रेस कोड

सिटी रिपोर्टर— धर्मशाला

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के शोधार्थियों को जल्द ही कोर्स वर्क के लिए कैंपस बुलाया जा सकता है। वहीं, विवि के रिसर्च स्कॉलर्स के लिए जल्द ही ड्रेस कोड भी लागू किया जा सकता है। रिसर्च स्कॉलर्स को इनोवेटिव आइडिया के साथ काम करने को लेकर प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए विवि प्रशासन की ओर से विभिन्न विभागों के साथ ऑनलाइन बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर एसपी बंसल ने की। इस दौरान प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि पीएचडी के शोधार्थियों का कोर्स वर्क होना आवश्यक है। छह महीने के होने वाले कोर्स वर्क का कोरोना के दौरान कैसे संचालन होगा, इस बारे में हालात को देखते हुए फैसला लिया जाएगा। शोधार्थियों का कैंपस में आना आवश्यक है। इस दौरान विभागों की ओर से छह महीने में किए गए कार्यों की समीक्षा भी की गई।

बैठक की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. विशाल सूद ने की। वहीं, कुलपति ने छह महीने पहले विश्वविद्यालय में कुलपति का कार्यभार संभालने के बाद सभी विभागाध्यक्षों को सौंपी गई जिम्मेदारियों की समीक्षा की। इस दौरान आगामी योजनाओं पर भी विचार-विर्मश किया गया। उन्होंने कहा कि अन्य विभागों को भी इस तरह के शोध कार्यों को बढ़ावा देना चाहिए, जो समाज के लिए हितकारी हों। परीक्षाओं के संचालन को लेकर भी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कमेटी का गठन किया जाएगा। परीक्षाओं के ऊपर फैसला यही कमेटी लेगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय में इस समय करीब 500 से 600 शोद्यार्थी हैं। इनकी कार्यकुशलता का हमें सदुपयोग करना चाहिए, जिससे वह नए इनोवेटिव आइडिया लेकर आएं। अगर वो पटेंटे योग्य हुए, तो उसके पंजीकरण संबंधी विश्वविद्यालय उसका खर्चा उठाएगा। इसके लिए शोधार्थियों को काम देना होगा।

जदरांगल में बनने वाले विश्वविद्यालय पर बांटी जानकारी

बैठक के दौरान कुलपति ने धर्मशाला के जदरांगल में बनने वाले विश्वविद्यालय के परिसर की प्रगति संबंधी जानकारी को साझा किया। वन भूमि संबंधी मामला जल्द से जल्द एफसीए को भेजा जा रहा है और गैर वन भूमि पर कुछ दिक्कतें आ रही थीं, तो उन्हें भी सुलझा लिया गया है। इस संबंध में दो बैठकें हो चुकी हैं। बैठक में सभी विभागाध्यक्षों के अलावा कुलपति के निजी सचिव प्रो. अंबरीश महाजन, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रदीप कुमार, परीक्षा नियंत्रक डा. सुमन शर्मा, वित्त अधिकारी नरेंद्र कुमार, सहायक अभियंता ऋषभ शर्मा और सभी परिसरों के समन्वयक मौजूद रहे।