HRTC PENSIONER: एचआरटीसी मुख्यालय के बाहर गरजे पेंशनर्स, अब घेरेंगे सचिवालय

स्टाफ रिपोर्टर—शिमला

शिमला। एचआरटीसी पेंशनरों ने सरकार व निगम प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को प्रदेश भर से आए पेंशनरों ने वित्तीय लाभ जारी न करने को लेकर एचआरटीसी मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पेशनरों ने धरना प्रदर्शन कर निगम प्रबंधन के सरकार को चेताया कि यदि मांगे पूरी नहीं होती तो आंदोलन तेज होगा, वहीं यह भी कहा कि यदि मांगे पूरी नहीं की तो आगामी आठ जून को प्रदेश भर से हजारों पैंशनर्ज व उनके परिवार सदस्य सचिवालय का घेराव करेंगे।

धरना प्रदर्शन के दौरान पेंशनरों को संबोधित करते हुए राज्य पथ परिवहन पैंशनर्ज कल्याण संगठन के अध्यक्ष केसी चमन ने कहा कि एचआरटीसी पेंशनरों के साथ निगम प्रबंधन व सरकार द्वारा वित्तीय लाभ नहीं दिए जा रहे हैं। निगम के पेंशनरों ने कई सालों तक प्रदेश के लोगों की सेवा कि है और कठिन परिस्थितियों में भी अपनी सेवाएं जारी रखी है। लेकिन जब आज सरकार ने अपने हक की कमाई का पैसा मांगा जा रहा है तो सरकार आश्वासन पर आश्वासन दे रही है।

उन्होंने कहा कि वित्तीय लाभ जारी न करने और दो अक्तूबर, 2021 को अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन के साथ बैठक हुइ थी। बैठक में समझौता हुआ था कि जल्द से जल्द पेंशनरों को वित्तीय लाभ दिए जाएंगे। लेकिन सरकार अपने वादों को पूरा नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि पैंशनरों के सब्र का बंाध अब टूट गया है।

सरकार के साथ बैठकें आयोजित करने के बाद और आश्वासन मिलने के बाद भी मांगे पूरी नहीं की जा रही है। संगठन के प्रांतीय प्रधान सत्या प्रकाश शर्मा ने कहा कि पेंशनरों की हालत दिन-प्रतिदिन खराब हो रही है। जहां कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। वहीं पेंशनरों को समय पर पेंशन नहीं मिल रही है, जिससे प्रदेश के 7500 पेंशनरों को परेशानी से आर्थिक स्थिति से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कई पैंशनर्ज की दवाईयां व घर का खर्च भी पेंशन पर चल रहा है। लेकिन पैंशन सही समय पर न मिलने के कारण लोगों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है।