रिवर्स काउंटिंग में कांगड़ा के पनव ने बनाया रिकार्ड

एशिया बुक ऑफ रिकाड्र्स में नाम दर्ज करवा कर चमकाया हिमाचल प्रदेश का नाम

राकेश कथूरिया—कांगड़ा

कांगड़ा के बेटे ने रिवर्स काउंटिंग रिकार्ड हासिल कर एशिया में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पनव का रिवर्स काउंटिंग का रिकार्ड एशिया बुक ऑफ रिकाड्र्स में दर्ज हो गया है। गुणन योग हल करने में सबसे युवा मानसिक गणना का उपयोग करके गुणा राशि को हल करने वाले सबसे कम उम्र के होने का रिकार्ड कांगड़ा हिमाचल प्रदेश के पनव राजपूत ( जन्म 21 अप्रैल, 2016) द्वारा बनाया गया था। उन्होंने छह साल और पांच दिन की उम्र में 140 गुणा योग (दो अंक गुणा 1 अंक, दो अंक गुणा दो अंक, तीन अंक गुणा दो अंक, तीन अंक गुणा तीन अंक) को 8 मिनट, 25 सेकंड और 61 मिलीसेकंड में हल किया। इसकी पुष्टि 26 अप्रैल, 2022 को की गई थी। पनव इंडिया के पहले युवा है, जिन्होंने मात्र आठ मिनट 25 सेकंड में 140 गुणा राशि को हल किया है । वह भी मानसिक गणना का उपयोग करके और इंडिया में सबसे कम उम्र के युवा गुणा राशि हल करने का टाइटल छह साल की उम्र में हासिल किया है। जिला कांगड़ा से ताल्लुक रखने वाले नेत्र ठाकुर और शालू ठाकुर के पुत्र पनव ने यह उपलब्धि हासिल कर पूरे एशिया में कांगड़ा का नाम रोशन किया है ।

पनव के पिता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में वरिष्ठ प्रबंधक हैं और माता शिक्षक हैं। अभी वह चंडीगढ़ में अपने माता-पिता के साथ रह रहा है। मूल रूप से वह गांव टिप्परी से ताल्लुक रखता है, जो डाडासिबा जिला कांगड़ा के पास स्थित है। पिता की चंडीगढ़ में जॉब पोस्टिंग होने के कारण वो अभी अपने माता पिता के साथ चंडीगढ़ में रहता है । पनव के इस रिकार्ड को हासिल करने और रिकार्ड बनाने में उनकी मां ने मदद की है । वह रिकार्ड का श्रेय अपने माता-पिता को देना चाहता है। पिछले साल भी पनव राजपूत ने अधिकतम संख्या के लिए रिवर्स काउंटिंग का रिकार्ड बनाया था। उन्होंने 31 जुलाई, 2021 की पुष्टि के अनुसार पांच साल, तीन महीने और 10 दिन की उम्र में 2000 से एक तक की गिनती सुनाई थी।