सोलन की बेटी ने फतह किया एवरेस्ट

किसान की बेटी बलजीत कौर की उपलब्धि पूरे प्रदेश के लिए ऐतिहासिक पल

मुकेश कुमार — सोलन

सोलन जिला के छोटे से गांव ममलीग की बलजीत कौर ने करीब छह वर्ष की अथाह मेहनत के दम पर विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह कर लिया। किसान की बेटी बलजीत कौर की यह उपलब्धि न केवल सोलन जिला, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक पल है। शनिवार सुबह करीब साढ़े चार बजे बलजीत ने इस चोटी पर तिरंगा फहराया। गौर रहे कि कुछ दिनों पूर्व ही बलजीत ने आठ हजार मीटर ऊंची दो चोटियों को दो सप्ताह के भीतर फतह कर रिकार्ड बनाया था। कंचनजंगा फतह करने के बाद वह अगले लक्ष्य माउंट एवरेस्ट को फतह करने के लिए पूरे दमखम के साथ निकल पड़ीं। पिछले वर्ष वह पुमोरी चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई कर चुकी  हैं। माउंट एवरेस्ट फतह करने की खबर उनके सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी टैग की गई। इस अभियान में बलजीत के साथ उनके गाइड मिंग्मा शेरपा भी थे। सोशल मीडिया पर जैसे ही यह सूचना आई, तो बलजीत कौर को बधाई देने वालों का तांता लग गया।

 वर्ष 2016 से विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने के लिए बलजीत कठोर ट्रेनिंग ले रही थी। उन्होंने इस वर्ष एक बार फिर प्रयास किया और आखिरकार अपने सपनों को पूरा कर लिया। बलजीत सोलन जिला के एक छोटे से गांव पंजड़ोल (ममलीग) से हैं। ग्रामीण परिवेश के बावजूद, वह अपने शानदार करियर में दुनिया के सातवें सबसे ऊंचे पर्वत, माउंट धौलागिरी (8167 मीटर), माउंट पुमोरी (7161 मीटर) और उत्तरी हिमालय के कई पहाड़ों को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बनी थी। उनके पिता सरदार अमरीक सिंह, एचआरटीसी के एक सेवानिवृत्त बस चालक हैं और वर्तमान में खेतीबाड़ी का कार्य करते हैं और उनकी मां शांति देवी एक गृहिणी हैं। (एचडीएम)