मां के चरणों में जन्नत है…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मां का अपने घर जाकर सौवां जन्म दिन मनाया। उन्होंने सबसे पहले मां के साथ पूजा-अर्चना की। उसके पश्चात अपनी मां के चरण धोए और उसके पश्चात उस पानी को अपनी आंखों पर लगाया। यह उनका अपनी मां के प्रति आदर और स्नेह को दर्शाता है। यह सब पूरे देश के लिए एक ऐसा संदेश है कि हमें अपने मां-बाप का खासकर बुढ़ापे में खास ख्याल रखना चाहिए। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि मां एक शब्द नहीं, बल्कि एक भावना है। हमें इसी भावना का आदर-सत्कार करना होगा, क्योंकि आजकल कई लोग अपने मां-बाप को बेसहारा छोड़ देते हैं या फिर उन्हें वृद्धाश्रम में भेज देते हैं। जिन मां-बाप ने हमें जन्म दिया और पाल-पोसकर अपने पैरों पर खड़ा होने के लायक बनाया, क्या उन्हंे हम अपने साथ भी नहीं रख सकते?

-नरेंद्र कुमार शर्मा, भुजड़ू, मंडी