पंजाब सरकार से सीख लें जयराम; आप ने घेरे सीएम; कहा, पड़ोसी राज्य की तरह अग्रिपथ योजना का करें विरोध

आप ने घेरे सीएम; कहा, पड़ोसी राज्य की तरह अग्रिपथ योजना का करें विरोध

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — शिमला

वीरभूमि के नाम से प्रसिद्ध हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पंजाब सरकार से सीख लें और विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर अग्निपथ योजना का विरोध करें। मुख्यमंत्री जयराम को पंजाब की भगवंत मान सरकार से प्रेरणा लेनी चाहिए कि प्रदेश की युवाओं की खातिर कैसे पंजाब सरकार ने अग्निवीर योजना के विरोध में संकल्प पत्र पारित किया है। ये शब्द आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने रविवार कहे। उन्होंने सेना भर्ती में अग्निपथ योजना को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी हिमाचल में भी लगातार अग्निपथ योजना का खुलकर विरोध कर रही है। पंजाब सरकार पहली सरकार है, जिसने अग्निपथ योजना के विरोध में विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया है। आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुरजीत ठाकुर ने कहा कि अग्निपथ योजना के विरोध में प्रस्ताव पारित करने से जाहिर होता है कि पंजाब सरकार युवाओं के भविष्य के प्रति संवेदनशील है।

वहीं हिमाचल के युवा अपनी जॉब के लिए पहली प्राथमिकता सेना को देते है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लोग देश भक्त माने जाते हैं। हिमाचल की भूमि को इसलिए ही वीरभूमि कहा जाता है। प्रदेश के हजारों युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखकर जयराम सरकार को तो सबसे पहले अग्रिपथ योजना का विरोध करना चाहिए था, ताकि सेना की जो नौकरी कांट्रैक्चुअल हो चुकी है, उसे परमानेंट किया जा सके। एक और जहां सेना की पक्की नौकरी को केंद्र सरकार ने कांट्रैक्चुअल कर दिया है, दूसरी ओर पंजाब सरकार ने 36 हजार से ज्यादा कांट्रैक्चुअल कर्मचारियों को पक्का कर दिया है। श्री ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में सेना में वीरभूमि हिमाचल के 51 हजार से अधिक युवा देश की रक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात हैं, जिनमें से थल सेना में 46960, वायु सेना में 2340 और नौ सेना में 2168 युवा देश की रक्षा कर रहे हैं। वहीं 50 हजार से ज्यादा युवा पैरा मिलिट्री फोर्स में कार्यरत हैं। हिमाचल के युवाओं में देश सेवा का जज्बा है, लेकिन केंद्र ने सेना भर्ती की अग्निपथ योजना लाकर प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा किया है।