पूरी तरह बदला दिखा पुलिस भर्ती का प्रश्नपत्र, रीजनिंग-पजल, मौके पर जवाब तैयार करने वाले प्रश्नों पर था फोकस

रीजनिंग-पजल सहित मौके पर जवाब तैयार करने वाले प्रश्नों पर था फोकस, पहले के मुकाबले मुश्किल रही हिंदी

पिछली बार के मुकाबले पेपर भी था लेंथी, एक प्रश्न भी गलत

नरेन कुमार— धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती के पहली बार लिखित परीक्षा के प्रश्र पत्र लीक होने के बाद दूसरी बार लिखित परीक्षाओं में प्रश्रों का पैटर्न पूरी तरह से बदल दिया गया है। इसमें रीजनिंग में पजल अधिक होने के साथ ही रटे-रटाए सवाल-जबाब की बजाय मौके पर जवाब तैयार करने वाले प्रश्रों पर अधिक फोकस किया गया है। पहली लिखित परीक्षा के मुकाबले हिंदी भी मुश्किल रही है। कैलकुलेशन अधिक प्रदान की गई, जबकि पेपर भी लेंथी रहा है। इसके साथ ही हिमाचल का जनरल नॉलेज सामान्य ही था, जबकि प्रश्र पत्र में एक प्रश्र भी गलत बताया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती में लिखित परीक्षा में राज्य का अब तक का सबसे बड़े स्कैम सामने आया है। इसके चलते सैकड़ों उम्मीदवारों सहित प्रश्र पत्र लिंक करने वाले लोगों पर केस दर्ज करने के साथ ही आगामी कार्रवाई की जा रही है। वहीं, दूसरी बार लिखित परीक्षा रविवार को आयोजित करवाई गई। इसमें पुलिस भर्ती में संलिप्त लोगों को शामिल होने का कोई मौका प्रदान नहीं किया गया है। एक ही भर्ती प्रक्रिया के लिए दूसरी बार हो रही लिखित परीक्षा में प्रश्र पत्र के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है।

इस बार पेपर के पैटर्न को लैंथी स्तर का रखा गया था, जिसमें रीजनिंग में पिछली बार एक पजल के मुकाबले दो पजल रखे गए थे। ऐसे में इस बार फजल के पिछली बार पांच अंक के मुकाबले दोगुने 10 अंक रखे गए थे। इसके अलावा इंग्लिश में भी उम्मीदवारों की समझ की अधिक परख करने पर ही अधिक फोक्स किया गया। इसमें सेनिटोमंस व एनिटोमंस व लोकोक्तियां अधिक पूछी गई थीं। इसके साथ ही हिमाचल का जनरल नॉलेज सामान्य स्तर का ही पूछा गया था। इस बार राष्ट्रपति चुनावों का दौर भी चल रहा है, जिसमें राष्ट्रपति चुनाव सहित आर्टिकल 377 को लेकर भी सवाल पूछे गए। वहीं हिंदी भी पिछले प्रश्रपत्र के मुकाबले अधिक कठिन पूछी गई थी, जिसमें उम्मीदवारों की समझ की परख करने पर अधिक फोकस रहा। वहीं सीरीज में एक प्रश्र भी गलत बताया जा रहा है। उधर, इस बारे में एमएचआरडी अवार्ड विजेता एवं ईविंग्ज एकेडमी के डायरेक्टर एजुकेशन एक्सपर्ट गुलशन वर्मा ने बताया कि पिछले रद्द हुई लिखित परीक्षा प्रश्र पत्र से इस बार का प्रश्र पत्र के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया था। उन्होंने बताया कि इस बार प्रश्र पत्र का पैटर्न लैंथी, कैलकुलेशन मोर व रीजनिंग पर अधिक फोकस रहा।