डाक्टरों के खिलाफ हिंसा पर लगे रोक, मेडिकल एसोसिएशन की कान्क्लेव, एक हजार से ज्यादा गणमान्यों ने पढ़े शोध

अमृतसर में मेडिकल एसोसिएशन की कान्क्लेव, एक हजार से ज्यादा गणमान्यों ने पढ़े शोध

निजी संवाददाता – अमृतसर

अमृतसर मेडिकल एसोसिएशन के चेयरमेंन व शहर के प्रसिद्ध न्यूरोलाजिस्ट डा. अशोक उप्पल की अध्यक्षता में रविवार को होटल हयात में डाक्टरों की कॉन्क्लेव एवं एमाकॉन कान्फ्रेंस 2022 का आयोजन किया। इस कान्फ्रेंस में शहर के प्रसिद्ध सुपर स्पेशियलिस्ट डाक्टरों ने शोध पत्र पड़े। डा. अशोक उप्पल ने जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान समय में मेडिकल प्रोफेशन में आ रही परेशानियों के बारे में एक पैनल डिस्कशन भी की गई, जिस में विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह व विधायक डा. अजय गुप्ता शामिल हुए। इसके अलावा मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू, पुलिस कमिश्नर अरुण पाल सिंह, गुरुनानक देव विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डा. जसपाल सिंह संधू, वाइस चांसलर एसजीआरडी डा. दलजीत सिंह, एडीसी सुरिंद्र सिंह चरणजीत सिंह पुर्थी ने भाग लिया। इस मौके पर डा. उप्पल ने उपस्थित सभासदों से अपील की कि डाक्टरों के खिलाफ हो रही हिंसा की रोकथाम के लिए पर्याप्त प्रबंध किए जाएं। डा. उप्पल ने कहा कि हर डाक्टर अपने मरीज की जान बचाने को वचनबद्ध है, लेकिन कई बार मरीज डाक्टरों से दुव्र्यवहार उतर आते हैं।

कई ऐसे मरीज भी हैं, जो अपनी मर्जी से उपचार करवाते हैं। उदाहरण के तौर पर एक मरीज मानसिक स्थिति का शिकार था। डाक्टर ने उससे कहा कि एमआरआई टेस्ट करवाना पड़ेगा। उसका परिजन नहीं माना। उसने कहा कि दवा देकर ठीक कर दो। उसके कहने पर दवा लिख दी गई। फिर कुछ दिन बाद जब उसकी हालत खराब हुई तो परिजनों ने अन्य अस्पताल से एमआरआइ करवाया गया। इस दौरान मरीज के ब्रेन में ट्यूमर पाया गया। डाण् उप्पल ने कहा कि मरीज हमारी बात मानेगे और हम पर विश्वास करेंगे तभी हम उनका सही इलाज कर पाएंगे। ऐसी अनेकानेक समस्याएं हैं जिनसे हमें प्रतिदिन जूझना पड़ता है। डाक्टरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिए जाते हैं। ऐसे में वे असुरक्षित महसूस करते रहे हैं। राजस्थान की डाण् अर्चना द्वारा की गई आत्महत्या इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है। डाक्टर तनाव में आकर आत्महत्या कर रहे हैं। ऐसे में हम पुलिस प्रशासन से यह मांग करते हैं कि बिना पड़ताल के डाक्टरों पर केस दर्ज न किया जाए। इस मौके पर विधायक डाण् अजय गुप्ता ने कहा कि इस मामले में उन्होंने हाल ही में पुलिस कमिश्नर अमृतसर से बात की थी। अमृतसर में किसी भी डाक्टर के खिलाफ शिकायत आने पर केस दर्ज नहीं किया जाएगा। मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई गई है।