संशोधित वेतनमान को तरसे अग्निशमन विभाग के कर्मी, मुख्यमंत्री से विसंगति दूर करने की उठाई मांग

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

वर्ष 1897 में स्थापित फायर विभाग के कर्मियों को संशोधित वेतनमान नहीं मिल रहा है। अग्निशमन विभाग के तकनीकी कर्मचारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बार-बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों को मात्र आश्वासन के अलावा कुछ हाथ नहीं लगा है। फायर ब्रिगेड यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रहे यशवंत सिंह परमार ने फायर कर्मियों को पुलिस, क्लर्क वन रक्षक श्रेणियों से ज्यादा स्केल दिए जाते थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 1996 में फायर कर्मियों को पुलिस, क्लर्क, वन रक्षक, पटवारी, जेल वार्डन के समकक्ष स्केल स्थापित किए गए, लेकिन वर्ष 2012 में जब संशोधित वेतनमान लागू किया गया, तबसे लेकर आज तक इन कर्मियों को चतुर्थ श्रेणी के बराबर स्केल दिए जा रहे हैं। रविंद्र शर्मा ने कहा कि शांति के मार्ग पर चलते हुए फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने अनेक भाजपा नेताओं व हर मंच के माध्यम से वेतन विसंगति का मामला उठाया गया।,लेकिन आज तक फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों के लिए कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला है।