एक उत्सव ऐसा भी: हाटी समुदाय ने आज भी संजो कर रखी है परंपरा, गिरिपार का यह नजारा शानदार

संजीव ठाकुर—नौहराधार

नौहराधार। देशभर में मनाई जाने वाली दिवाली के एक महीने बाद जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र में बूढ़ी दिवाली मनाई जाती है, जिसे हाटी समुदाय के लोग बड़े हर्ष उल्लास के साथ कई वर्षों से मनाते आ रहे हैं। हिमाचल की इस परंपरा को गिरिपार के हाटी समुदाय के लोगों ने आज भी संजो कर रखा है।

पर्व की खास बात यह है कि इसमें क्षेत्र की पारंपरिक लोक संस्कृति की शानदार झलक देखने को मिलती है। गिरिपार क्षेत्र में मनाई जाने वाली बूढ़ी दिवाली की बुधवार को शुरूआत हो गई है। पहले दिन गांवों में जश्न का वातावरण दिखाई दिया। शाम को नौहराधार क्षेत्र के भराड़ी, चौकर व चाढऩा में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी खासी धूम रही। जहां भराड़ी गांव में पहाड़ी कलाकार रघुवीर सिंह ठाकुर ने एक से बढक़र एक पहाड़ी गीत गाकर दर्शकों को नचाया वहीं चौकर गांव में मशहूर पहाड़ी कलाकार दीपक चौहान ने लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। साथ में चाढऩा गांव में स्थानीय कलाकारों द्वारा डांडिया नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा।