लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन बोलीं, विधायी कार्यों की व्यवस्था को मजबूत बनाएगा विधायक सम्मेलन

नई दिल्ली – लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा है कि राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन विधायी कार्यों की व्यवस्था को मजबूत करने का मंच है और यह सभी सांसदों तथा विधायकों को अपने सर्वश्रेष्ठ अनुभवों को एक-दूसरे के साथ साझा करने का अवसर प्रदान करता है, जिससे लोकतंत्र की मूल भावना को मजबूती मिलेगी। श्रीमती महाजन ने सोमवार को यहां राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। श्रीमती महाजन, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल इस सम्मेलन में संरक्षक के रूप में शामिल हुए। सम्मेलन में विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं के 15 से अधिक अध्यक्षों ने भी हिस्सा लिया।

राज्यों के अध्यक्षों ने कहा कि राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन लोकतंत्र का उत्सव है, जिसका उद्देश्य नेतृत्व में गुणात्मक परिवर्तन लाकर भारतीय लोकतंत्र को विश्व में अग्रणी बनाना है, जिससे कुशल प्रशासन देने के साथ ही विश्वव्यापी शांति स्थापित करने में भी विधायक और सांसद अपनी भूमिका निभा पाएं। यह एक सौहार्दपूर्ण सहयोगात्मक इकोसिस्टम स्थापित करने पर भी जोर देगा, जहां विभिन्न विचारधाराओं से आने वाले नेता सामान्य हितों के लिए और विकास जैसे मुद्दों पर मिलकर कार्य करने को लेकर अपने विचार रखेंगे। इस कांफ्रेस के माध्यम से ऐसा मॉडल प्रस्तुत करने का प्रयास किया जा रहा है।