आखिर किस बात से नाराज हैं पीडब्ल्यूडी के जूनियर इंजीनियर, आचार संहिता के बीच क्या रखी मांग

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — बिलासपुर

बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश कनिष्ठ अभियंता संघ के प्रदेशाध्यक्ष ई. राजीव कुमार ने मांग की है कि भले ही वर्तमान में आदर्श आचार संहिता चल रही हो, लेकिन कनिष्ठ अभियंताओं के पदोन्नति की प्रक्रिया को जारी रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में नए शिक्षकों को रखने की प्रक्रिया जारी है, तो पीडब्ल्यूडी में भी यह प्रोसेस शुरू किया जाना चाहिए।

ई. राजीव कुमार ने कहा कि पीडब्ल्यूडी में पदोन्नति पर लंबे समय से स्थगन का ग्रहण लगा है। कुछ समय पहले सरकार की ओर से कुछ पदोन्नतियां तो की गईं, जिससे विभागीय अभियंताओं में आस जगी थी, लेकिन फिर चुनाव आने के कारण आचार संहिता लग गई और मामला एक बार फिर से अधर में लटक गया। यह प्रक्रिया पहले से जारी थी, तो इसे आगे भी जारी रखा जा सकता था। उन्होंने आरोप लगाया कि केवल इसी विभाग के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया जाता रहा है। कई अभियंता बिना पदोन्नति के ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

राजीव कुमार ने कहा कि अधिकारियों को भी चाहिए कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों, अधिकारियों की एसीआर समय पर आगे भेजें, ताकि पदोन्नति प्रक्रिया समय पर पूरी हो सके। पदोन्नति को लेकर कई बार मुख्यमंत्री और प्रधान सचिव, मुख्य सचिव के पास न्याय की गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। जेई वर्ग की पदोन्नति की प्रक्रिया को सतत जारी रखा जाए। प्रदेशाध्यक्ष के अनुसार अभी हाल में सेवानिवृत हुए दो पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को तीन महीने का सेवा विस्तार दिया गया है, जिसका संघ ने कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सैकड़ों शिक्षित एवं प्रशिक्षित युवा हाथों में डिग्रियां लेकर अपनी नौकरी का इंतजार कर रहे हैं लेकिन सरकार की मंशा भी समझ से परे है।