सेनाओं के प्रति सम्मान व्यक्त करने का दिन…

कंपकंपाती ठंड की परवाह और न आग बरसाती गर्मी की परवाह, बस देश की सुरक्षा इनका मकसद है, ये हैं हमारे देश की तीनों सेनाओं के जांबाज बहादुर सैनिक। जब हमारा देश आजाद हुआ था तब भारत सरकार ने देश की सेना के जवानों की मदद के लिए एक कमेटी का गठन किया था। इसने हर वर्ष 7 दिसंबर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाने का निर्णय लिया था। अब उस समय से ही 7 दिसंबर 1949 से हर वर्ष सशस्त्र सेना झंडा दिवस देश की सुरक्षा करने वाले और देश की खातिर शहीद हुए सैनिकों के परिवार के लोगों के कल्याण के लिए मनाया जाता है। यह दिवस तीनों सेनाओं थलसेना, वायु सेना और नौसेना के प्रति सम्मान प्रकट करने का भी मौका होता है। इस दिन स्कूलों, कॉलेजों, शिक्षा संस्थानों और अन्य स्थानों में झंडे के स्टीकर को बांटा जाता है। -राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा