नौसेना के जज्बे को सलाम…

वर्ष 1971 में बांग्लादेश को आजाद कराने के लिए भारत और पाकिस्तान में जब युद्ध हुआ था तो उसी समय हमारे देश की नौसेना ने 4 दिसंबर को पाकिस्तान स्थित कराची में जो पाकिस्तान नौसेना का गढ़ था उसे तहत नहस कर दिया था। नौसेना की उस कामयाबी को याद करने के लिए अब हमारे देश में हर वर्ष 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। हमारे देश की नौसेना के पास द्वितीय विश्वयुद्ध के समय बेशक बहुत कम युद्धपोत थे, लेकिन आज हमारे देश की इस सेना के पास पनडुब्बियां और दूसरा बहुत सा सामान है। आज हमारे देश की नौसेना की गिनती प्रमुखता में की जाती है। हमारे देश की नौसेना ने दुनिया के बहुत से देशों के साथ युद्धाभ्यास भी किए हैं। नौसेना अर्थात समुद्री सेना नापाक पड़ोसी देशों की हरकतों पर नजर रखती है।

-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा