बिच्छू बूटी से स्वादिष्ट चाय तैयार, आईआईटी मंडी में राज्य स्तरीय चिल्ड्रन कांग्रेस में नन्हें वैज्ञानिकों का कमाल

कार्यालय संवाददाता — मंडी

आईआईटी मंडी में जारी चार दिवसीय 30वीं चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस में नन्हें वैज्ञानिक अपनी प्रतिभा का जौहर दिखा रहे हैं। इस चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस में बच्चों की ओर से हैरतअंगेज प्रयोग दिखाए जा रहे हैं। इस चिल्ड्रन साइंस कांगे्रस में प्रदेश भर के मेधावी बच्चों की ओर से एक से बढक़र एक कई मॉडल तैयार किए हैं, जो उनकी कल्पनाशीलता को तो दर्शाती ही है, वहीं पर इस बारे में भी आश्वस्त करती है कि आने वाला देश का भविष्य इन मेधावी नन्हें वैज्ञानिकों के हाथों में सुरक्षित है। प्रदेश के दूरदराज के जिला चंबा के सलूणी ब्लॉक के पैरामाउंट पब्लिक स्कूल किहार के छात्रों द्वारा बिच्छू बूटी से तैयार की जा रही स्वादिष्ट चाय सबका ध्यान आकर्षित कर रही है। इस स्कूल के छात्र कीर्तन शर्मा और नीरज ठाकुर बताते हैं कि उनके शिक्षक डा. रियाज जो बायोलॉजी में पीएचडी हैं, की प्रेरणा से बिच्छू बूटी की चाय बनाने का तरीका इजाद किया है।

इसके लिए वे एक प्रेशर कुकर में बिच्छू बूटी डाल देते हैं और कुकर की सीटी खोलकर उसमें एक नली लगाकर भाप के माध्यम से एक पात्र में बिच्छू बूटी का रस इक_ा करते हैं और उसमें शहद मिलाकर स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्यवर्धक चाय तैयार कर रहे हैं। वहीं माइंड ट्री स्कूल के आदित्य ने सोलर पैनल के माध्यम से गंदे पानी को पीने योज्य बनाने और हाइड्रोजन गैस तैयार करने की तकनीक इजाद की है। वहीं डीएवी सुंदरनगर की काव्यांतलि ने व्हीकल सेल्फ चार्जिंग सिस्टम का मॉडल बनाया है, जिसमें फोरलेन पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रेन की तरह इलेक्ट्रॉनिक वाहन चलाने की व्यवस्था के बारे में समझाया जा रहा है।

ज्यादा शराब पीने पर स्टार्ट नहीं होगी गाड़ी

किन्नौर भावानगर के रौनक ने एल्कोहल डिटेक्टिंग सिस्टम तैयार किया है। जिसे गाड़ी में लगाने से चालक द्वारा अधिक मात्रा में शराब पीने की स्थिति में गाड़ी स्टार्ट नहीं होगी। इससे शराब पीकर दुर्घटना होने का खतरा कम हो जाएगा। रौनक ने बताया कि उनके क्षेत्र में इस तरह के हादसे होते रहते हैं, जिसकी वजह से उसने यह तकनीक तैयार की है, जिससे कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।