कल MP के आंखमऊ में होगी शरद यादव की अंत्येष्टि, अंतिम दर्शन को दिल्ली में रखी पार्थिव देह

भोपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव की अंत्येष्टि मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम (होशंगाबाद) जिले में स्थित गृहगांव आंखमऊ में शनिवार को की जाएगी। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार श्री यादव की पार्थिवदेह आज दिल्ली में उनके निवास स्थान पर दर्शनार्थ रखी गई है। उनका निधन कल रात राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र स्थित एक अस्पताल में हो गया था। उनकी पार्थिवदेह आज रात या कल सुबह विशेष विमान से भोपाल लाए जाने की संभावना है। इसके बाद उसे सडक़ मार्ग से गृहगांव आंखमऊ ले जाया जाएगा और दिन में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

श्री शरद यादव का जन्म होशंगाबाद (अब नर्मदापुरम जिला) जिले के बाबई में एक जुलाई 1947 को हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने जबलपुर को अपनी कर्मस्थली बनाया और वहीं पर शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की। वे जबलपुर से ही वर्ष 1974 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए। बाद में वे उत्तर प्रदेश और बिहार की राजनीति में सक्रिय हो गए और जयप्रकाश आंदोलन के समय राजनीति में सक्रियता लगातार बढ़ती रही। इसके बाद वे उन्हीं राज्यों से लोकसभा के लिए चुने गए और केंद्र की पूर्व सरकारों में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर भी रहे। वे जनता दल (यू) के अध्यक्ष और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक जैसे पदों पर भी आसीन रहे।

श्री यादव के निधन पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, अनेक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता, वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव, सुरेश पचौरी, प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा, समाजवादी पार्टी के नेता एवं जबलपुर निवासी गोविंद यादव समेत अनेक राजनेताओं ने शोक व्यक्त करते हुए उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की है।