ई-व्हीकल से रिप्लेस होंगी गाडिय़ां, इलेक्ट्रिक वाहन चलाने वाला देश का पहला महकमा बनेगा परिवहन विभाग

इसी हफ्ते परिवहन विभाग के बेड़े में शामिल होंगी 19 इलेक्ट्रिक गाडिय़ा

सिंगल चार्जिंग से 400 किलोमीटर की माइलेज देंगी इलेक्ट्रिक गाडिय़ां

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

हिमाचल परिवहन विभाग की सभी गाडिय़ां ई-व्हीकल में रिप्लेस होने वाली हैं। हिमाचल परिवहन विभाग पूरे देश में पहला ऐसा विभाग होगा, जिसमें प्रयोग होने वाली सभी गाडिय़ा इलेक्ट्रिक होंगी। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू व डिप्टी सीएम मुकेश अग्रिहोत्री के आदेशों के बाद परिवहन विभाग ने अपने बेड़े को इलेक्ट्रिक गाडिय़ों में बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। परिवहन विभाग के बेड़े में इसी सप्ताह 19 इलेक्ट्रिक गाडिय़ां आने वाली हैं। विभाग ने 19 गाडिय़ों को खरीदने की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ये गाडिय़ां सिंगल चार्जिंग यानी एक बार चार्ज करने के बाद 400 किलोमीटर तक चलेंगी। इससे प्रदेश में जहां डीजल की खपत कम होगी, तो वहीं प्रदेश में प्रदूषण मुक्त भी होगा। हालांकि इलेक्ट्रिक गाडिय़ों की कीमत 15 लाख रुपए से शुरू होकर दो करोड़ रुपए तक है, लेकिन परिवहन विभाग ने फिलहाल इलेक्ट्रिक गाडिय़ों के बेस मॉडल ही खरीदे जा रहे हैं। एक गाड़ी की कीमत 15 लाख रुपए से 20 लाख रुपए तक बताई जा रही है। परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ई-व्हीकल चलाने के लिए रोडमैप फिलहाल तैयार कर दिया गया है। पूरे प्रदेश में 600 से ज्यादा लोकेशंस पर ई-व्हीकल के चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इनके लिए जगहें चिन्हित कर ली गई हैं और अब भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में 1750 के आसपास ई-व्हीकल पंजीकृत हैं। इसमें ज्यादातर एचआरटीसी की बसें शामिल हैं। वहीं कुछ छोटी गाडिय़ा व स्कूटर भी हं। आने वाले दिनों में अब इलेक्ट्रिक गाडिय़ों की संख्या में बढ़ोतरी होने वाली है।

डीजल गाडिय़ों की नीलामी नहीं

परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हिमाचल परिवहन विभाग देश में पहला ऐसा विभाग होगा, जिसके तहत आने वाली सभी गाडिय़ां ई-इलेक्ट्रिक होंगी। उनका कहना है कि परिवहन विभाग के पास मौजूद डीजल गाडिय़ो की फिलहाल नीलामी नहीं की जाएगी। इन्हें परिवहन विभाग रिजर्व पूल में रखेगा। अधिकारियों का कहना है कि डीजल गाडिय़ों में हर साल जहां लाखों रुपए के डीजल की खपत होती है, तो वहीं इन गाडिय़ों से निकलने वाला धुआं भी पर्यावरण को प्रदूषित कर रहा है।

ई-व्हीकल पॉलिसी में बदलाव

हिमाचल प्रदेश में पिछली सरकार के समय में ई-व्हीकल पाॉलिसी अधिसूचित कर दी गई थी, लेकिन अब आने वाले समय में इस पॉलिसी में बदलाव किए जाएंगे। परिवहन विभाग ने ई-व्हीकल पॉलिसी के लिए लोगों से सुझाव मांगे हैं और लोगों के सुझावों के अनुसार पॉलिसी में बदलाव करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा।