संगीत से क्यों मिलता है सुकून, आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने किया खुलासा

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-मंडी

संगीत में हमारे मन की भावना बदलने की ताकत है और यह जगजाहिर है कि लोग मन की भावना में उत्साह जगाने या उदासी से उबरने के लिए अक्सर संगीत का सहारा लेते हैं। लेकिन सवाल उठता है कि हम कभी-कभी उदास संगीत सुनना क्यों पसंद करते हैं। जबकि हम सभी जिंदगी की उदासी कम करना चाहते हैं। उदासी से बचना मनुष्य का सहज स्वाभाव है, लेकिन जब मन की इस विशेष भावना की अभिव्यक्ति कला के माध्यम से हो तो एक अजीब और स्थायी आकर्षण पैदा होता है। इसे ट्रैज्डी पैराडॉक्स कहा गया है। इसको लेकर सदियों से दार्शनिक भी उलझन में है। यह अनुमान लगाया गया है कि ट्रैज्डी पैराडॉक्स की सामान्य वजह उदास धुनों में एक सौंदर्य आकर्षण का होना है।आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा के मार्गदर्शन में हाल का यह शोध उपरोक्त प्रश्न का उत्तर देने का एक गंभीर प्रयास है।