टीजीटी प्रोमोशन के लिए शिक्षा विभाग ने मांगा डाटा, 300 प्रिंसीपल मार्च महीने में हो जाएंगे रिटायर

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

राज्य के सरकारी स्कूलों में इसी माह टीजीटी शिक्षकों को सरकार प्रोमोट कर सकती है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों से टीजीटी, सी एंड वी और जेबीटी शिक्षकों का डाटा मांगा है। इन दिनों शिक्षा विभाग में प्रमोट होने वाले शिक्षकों का पैनल तैयार किया जा रहा है, जिसके लि पूरा परफॉर्मा भी वेबसाइट पर डाला गया है।

विभाग ने शिक्षकों की प्रमोशन की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। विभाग 28 फरवरी तक लेक्चरर और हेडमास्टर की प्रमोशन लिस्ट जारी कर सकता है। दरअसल प्रदेश के स्कूलों में 12 हजार शिक्षकों के पद खाली चल रहे हैं। इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि बैचवाइज आधार पर प्रमोशन के मामले काफी समय से लटके हैं। बीते दिनों शिक्षा मंत्री द्वारा ली गई बैठक में भी यह मामला उठा था। मंत्री के आदेशों के बाद विभाग ने मामले पर कसरत शुरू कर दी है।

पहले 31 मार्च तक जिलों और स्कूलों से शिक्षकों का ब्यौरा मांगा गया था, लेकिन अब विभाग ने 20 फरवरी तक प्रवक्ता और हैडमास्टर बनने वाले शिक्षकों का ब्योरा मांगा है। शिक्षा विभाग जल्द ही 800 टीजीटी को प्रवक्ता के पदों पर प्रोमोशन देगा। इसके साथ ही 100 टीजीटी शिक्षकों को हैडमास्टर के पद पर प्रोमोशन दी जाएगी।

मार्च में खाली हो जाएंगे 300 प्रिंसीपल के पद
इसके साथ ही कॉलेजों के शिक्षक भी प्रमोशन के इंतजार में हैं। इस समय कॉलेजों में प्रधानाचार्य के 100 पद खाली हैं। दूसरी तरफ विभाग ने लोक सेवा आयोग को कॉलेज प्रधानाचार्य के पदों को भरने के लिए पत्र भेज दिया है। मार्च तक स्कूलों में 300 पद प्रिंसिपल के पद खाली हो जाएंगे। इस दौरान कॉलेज प्रधानाचार्यों के पदों पर 25 प्रतिशत सीधी भर्ती की जाएगी, जबकि 75 प्रतिशत पद प्रमोशन से भरे जाएंगे। उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने कहा कि यह प्रक्रिया शुरू कर दी है। 20 फरवरी तक पात्र शिक्षकों का ब्यौरा मांगा गया है।