फोरेंसिक लैब की जांच जोरों पर, पेपर लीक मामले में धर्मशाला से भेजी गई 75 फीसदी मामलों की रिपोर्ट

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

क्षेत्रीय फोरेसिंक विज्ञान प्रयोगशाला धर्मशाला में कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर से संबंधित मामलों में उपकरणों व दस्तावेजों की जांच बिना किसी देरी से की जा रही है। जनवरी माह के प्रथम व द्वितीय सप्ताह में प्रयोगशाला में कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर से प्राप्त मामलों में लगभग 75 प्रतिशत मामलों की जांच रिपोर्ट संबंधित एजेंसी को भेजी जा चुकी है। एफएसएल के मीडिया अधिकारी डा. राकेश सोनी ने बताया कि इसके पश्चात उपरोक्त केस से संबंधित कुछ मामलों की जांच अभी जारी है व बिना किसी विलंब के जांच रिपोर्ट एजेंसियों को निरंतर उपलब्ध करवाई जा रही है। उपरोक्त के संबंध में यह भी बताया जाता है कि क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला से कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर से प्राप्त मामलों की जांच प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है तथा मामलों के निपटारे हेतु स्टाफ द्वारा अवकाश के दौरान भी कार्य किया जा रहा है।

गौरतलब है कि यह प्रयोगशाला हिमाचल की एकमात्र लैब है, जो मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक एंड इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी जीओएल नई दिल्ली के तहत मान्यता प्राप्त है तथा जिनकी रिपोर्ट 79ए आईटी एक्ट 2000 के तहत जारी की जाती है। डिजिटल से संबंधित मामलों में विशेषकर हार्ड डिस्क, मोबाइल, लैपटॉप व अन्य डिजिटल उपकरण प्राप्त होते हैं, जिनमें डाटा प्रचुर मात्रा में होता है, जिनकी जांच व परीक्षण में काफी समय लगता है। विभाग से डिजिटल फोरेंसिक का अलग खंड बनाए जाने व स्टाफ की नियुक्तियां करने के संबंध में पत्राचार वर्ष 2020 से निरंतर किया जा रहा है।