एनआईटी के प्रोफेसर को 28 लाख का अनुदान

सरकार ने स्वदेशी फिनिशिंग सेटअप विकसित करने को दी राशि

दिव्य हिमाचल ब्यूरो-हमीरपुर

विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी), भारत सरकार ने एनआईटी हमीरपुर में मेकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर डा. दिलशाद अहमद खान को एक्सट्रूजन प्रेशर पर आधारित मैग्नेटोरियोलॉजिकल फिनिशिंग टूल के डिजाइन, निर्माण और प्रायोगिक जांच पर उनके शोध प्रस्ताव के लिए 28 लाख रुपए का परियोजना अनुदान प्रदान किया है। इस परियोजना के प्रमुख अन्वेषक के रूप में, डा. खान मेटल ऑप्टिक्स, मोल्ड्स एवं डाई, एयरोस्पेस, रक्षा और जैव-चिकित्सा उपकरणों आदि के निर्माण में उपयोग किए जाने वाले उच्च-स्तरीय इंजीनियरिंग कंपोनेंट्स की नैनो-फिनिशिंग के लिए एक स्वदेशी सेटअप विकसित करेंगे।

डा. खान ने 2018 में आईआईटी दिल्ली से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की थी और उसी वर्ष दिसंबर से एनआईटी हमीरपुर में सहायक प्रोफेसर के रूप में सेवारत हुए थे। उनके पास मेटल फिनिशिंग का लगभग दस साल का अनुभव है। अपने शोध और नवाचार के लिए उन्होंने सात भारतीय पेटेंट भी दाखिल किए हैं। हाल ही में मैग्नेटिक फील्ड असिस्टेड फिनिशिंग पर उनकी पुस्तक सीआरसी प्रैस टेलर एंड फ्रांसिस ग्रुप द्वारा प्रकाशित भी की गई थी। डा. खान को यह अनुदान तीन वर्ष के लिए स्वदेशी फिनिशिंग सेटअप करने और मैग्नेटोरियोलॉजिकल फिनिशिंग के क्षेत्र में आगे के शोध करने के लिए मिला है। एनआईटी हमीरपुर के निदेशक प्रो. एचएम सूर्यवंशी एवं विभागाध्यक्ष डा. एसआर चौहान ने उन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी है।