इस साल कंपनियां जमकर बढ़ाएंगी सैलरी; 46% कंपनियां डबल डिजिट इन्क्रीमेंट देने को तैयार

एओन इंडिया का सर्वे, 46 फीसदी भारतीय कंपनियां डबल डिजिट इन्क्रीमेंट देने को तैयार

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — नई दिल्ली

फायनांशियल ईयर खत्म होने को है और इसके साथ ही कंपनियों ने इन्क्रीमेंट प्रोसेस भी शुरू कर दिया है। अब कर्मचारियों के सामने यह सवाल है कि इस साल कितनी सैलरी बढ़ेगी। प्रोफेशनल सर्विस फर्म एओन इंडिया के अनुसार इस साल भारतीय कंपनियां औसतन 10.3 फीसदी इन्क्रीमेंट दे सकती हैं। वैश्विक मंदी की चिंताओं के बीच यह एक अच्छा सैलरी हाइक होगा। एओन ने कहा कि कंपनियां टेलेंट को अपने पास बनाए रखना चाहती हैं। एओन इंडिया की एक स्टडी में बताया गया कि 21.4 फीसदी का कर्मचारी टर्नओवर, टेलेंट स्ट्रैटेजी में बदलाव और सप्लाई चेन में एक डिमांड गेप ने कंपनियों को डबल डिजिट में इन्क्रीमेंट करने को प्रेरित किया है। एओन में ह्यूमन कैपिटल सोल्यूशंस (भारत), पार्टनर रूपक चौधरी ने एक इंटरव्यू में कहा कि बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता और आर्थिक अस्थिरता की चिंताओं ने इस साल सैलरी बढ़ाने की प्लानिंग को जटिल बना दिया है। भारतीय कंपनियों ने पिछले दो वर्षों से अच्छा इन्क्रीमेंट किया है। इससे कुछ कंपनियां उच्च वेतन बिल्स से जूझ रही हैं। वहीं, साल 2020 और 2021 में कोरोना महामारी के चलते इन्क्रीमेंट नहीं हुआ था। एओन रिपोर्ट के अनुसार करीब 46 फीसदी भारतीय कंपनियां डबल डिजिट इन्क्रीमेंट देने के लिए तैयार हैं। साल 2022 में कंपनियों ने एवरेज 10.6 फीसदी इन्क्रीमेंट किया था। इस स्टडी में 40 से अधिक इंडस्ट्रीज की करीब 1400 कंपनियों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है। सर्वे के अनुसार टेक्नोलॉजी फ्लेटफाम्र्स और प्रोडक्ट्स से जुड़ी कंपनियां इस साल एवरेज 10.9 फीसदी इन्क्रीमेंट करेंगी। कंपनियों का फोकस इस बात पर है कि टेलेंटेड लोग कंपनी छोडक़र न जाएं। एक तरफ इन्क्रीमेंट की खबर है, तो दूसरी तरफ इन्क्रीमेंट रोकने की खबर भी सामने आ रही है। फ्लिपकार्ट हाई लेवल के 30 फीसदी कर्मचारियों के वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं करेगी। कंपनी ने मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए यह फैसला लिया। इस फैसले से करीब 4,500 कर्मचारी प्रभावित होंगे। कंपनी ने सीनियर कर्मचारी यानी ग्रेड 10 और ऊपर के लेवल वाले कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी नहीं की है।