लाइनमैन की मौत से उखड़े बिजली कर्मी, यूनियन ने कर्मचारियों की घटती संख्या को ठहराया जिम्मेदार

मुख्यमंत्री से मामले में हस्तक्षेप की मांग

विशेष संवाददाता — शिमला

बिजली बोर्ड लाइनमैन की दर्दनाक मौत के बाद कर्मचारी यूनियन ने कड़ा कदम उठाया है। यूनियन ने फील्ड में कर्मचारियों की घटती तादाद को ऐसे हादसों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। बोर्ड कर्मचारी मोहिंद्र लाल विद्युत मंडल सुनी में सहायक लाइनमैन के पद पर कार्यरत था और उपभोक्ता की शिकायत पर विद्युत आपूर्ति बहाल करने पहुंचा था। जिस समय वह लाइन ठीक रहा था, हादसे का शिकार हो गया। पूरी रात उसका शव खुले में पड़ा रहा। उसके साथ कोई भी दूसरा कर्मचारी न होने की वजह से हादसे की जानकारी सही समय पर परिजनों तक नहीं पहुंच पाई। परिजनों ने देर रात जब तलाश शुरू की, तो उन्हें घटना का पता चला। हादसे के बाद बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के महासचिव हीरा लाल वर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड में कर्मचारियों की घटती संख्या के कारण में इस तरह के हादसों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। विद्युत लाइन की शिकायत देखने के लिए नॉर्म के हिसाब से कम से कम दो कर्मचारी का जाना जरूरी है, लेकिन मोहिंद्र सहायक लाइनमैन को उपभोक्ता की शिकायत पर ड्यूटी पर अन्य कर्मचारी के न होने के कारण अकेले ही लाइन देखने जाना पड़ा और हादसे का शिकार हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रबंधक वर्ग का ऐसे हादसों को हल्के में लेता रहा है।