राजधानी दिल्ली में गौरैया पक्षियों की घर वापसी

दिव्य हिमाचल ब्यूरो—नई दिल्ली

करीब एक दशक पहले राजधानी दिल्ली से गौरैया लगभग खत्म ही हो गई थी। लेकिन, तब की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने एक दूर्दर्शी फैसला किया और शायद यही वजह है कि अब राजधानी में गौरैया फिर से घरों में नजर आने लगी है। यह स्थिति दिल्ली से सटे बाकी एनसीआर शहरों में भी देखी जा रही है। सोमवार को इस साल का विश्व गौरैया दिवस है, इसलिए यह जानना उचित है कि शीला दीक्षित ने जो कदम उठाए थे, उसमें कितनी सफलता मिली है। यही नहीं विश्व गौरैया दिवस के भी 13 साल पूरे हो रहे हैं, इस लिहाज से भी इसकी उपलब्धि पर चर्चा आवश्यक है। दिल्ली में गौरैया की घर वापसी कभी हर घर के आसपास नजर आने वाली 2012 के आसपास से राजधानी दिल्ली के शहरी क्षेत्रों से लगभग विलुप्त ही हो गई थी। तब की परिस्थितियों को देखते हुए तत्कालीन सीएम शीला दीक्षित की सरकार ने इसे प्रदेश का राज्य पक्षी घोषित कर दिया था। और इसके संरक्षण के लिए कई तरह के उपाय अपनाए जाने लगे थे।