मर्ज होगा कालेजों का स्टाफ, डिफंक्ट कालेजिज के छात्र साथ लगते महाविद्यालय में देंगे इम्तिहान

डिफंक्ट कालेजिज के छात्र साथ लगते महाविद्यालय में देंगे इम्तिहान, यूजी की फाइनल परीक्षाएं छह मार्च से

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से प्रदेश के कालेजों में यूजी परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। इस शेड्यूल के मुताबिक अप्रैल और मई में नया सेशन शुरू होगा और उससे पहले छह मार्च से यूजी पहले, दूसरे और तीसरे वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं होंगी। एचपीयू ने ये फैसला लिया है कि प्रदेश के नए डिग्री कालेज जो सरकार की ओर से डिफंक्ट किए गए हैं, वहां के छात्र अपने नजदीकी कालेजों के तहत परीक्षा देंगे। छात्रों को बड़ी राहत दी गई है। इसके साथ ही स्टाफ को भी मर्ज किया जाएगा। गौर रहे कि कैबिनेट ने सिर्फ तीन डिग्री कालेजों को आगे चलाने का फैसला किया है। इनमें कुपवी, नौहराधार और बनीखेत कालेज शामिल हैं। इन सभी में 75 से ज्यादा एडमिशन थी। यहां तैनात हो चुके स्टाफ को अन्य डिग्री कालेजों में भेजा जाएगा, जहां स्टाफ की कमी है। शिक्षा विभाग की रिपोर्ट कहती है कि नए कालेज खोलने के कारण पुराने कालेजों में संसाधनों की कमी हुई है और शिक्षा की गुणवत्ता भी गिरी है।

ये कालेज किए गए हैं डिफंक्ट

भाजपा सरकार के दौरान अप्रैल 2022 से चुनाव आचार संहिता तक कुल 23 डिग्री कालेज नए खुले थे। इनमें से पांच डिग्री कालेजों में जीरो एडमिशन थी। इनमें हमीरपुर जिला का लंबलू डिग्री कालेज, मंडी जिला का पांगणा डिग्री कालेज, शिमला जिला का जलोग डिग्री कालेज, सोलन जिला का चंडी डिग्री कालेज और रामपुर के पास खोला गया सिंगला डिग्री कालेज शामिल है। बाकी डिग्री कालेजों की बात करें तो बालसिन्हा में 20, गलोड़ में 10, पंडोह में 21, ममलीग में 05, नूरपुर के बरांडा में 06, सतौन में 11, सोलन के बरुणा में 35, स्वारघाट में 20, चंबा के मसरुंड में 28, कोटला में 01, चढिय़ार में 12, बागाचनौगी में 03 और जगतसुख में 04 छात्रों ने एडमिशन ली है। ये कालेज अब फंक्शनल नहीं होंगे।