मैं कैप्टन, जल्द बनाऊंगा 11 की टीम, कांगड़ा दौरे पर पहुंचे CM ने फुल कैबिनेट बनाने का दिया इशारा

कांगड़ा दौरे पर पहुंचे सीएम सुखविंदर सुक्खू ने फुल कैबिनेट बनाने का दिया इशारा

पवन कुमार शर्मा — धर्मशाला

पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में सियासी पारी खेलने मैदान में उतरे सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपने कांगड़ा प्रवास के पहले ही दिन अपनी टीम को जल्द 11 सदस्यीय बनाने का दम भरा। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि वह टीम के कैप्टन हैं और जल्द ही टीम भी पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि टीम के बिना काम नहीं होता और वह भी इस दिशा में काम कर रहे हैं, जल्द ही पूरी टीम के साथ मैदान में उतरेंगे। लंबे इंतजार के बाद आखिर मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने कांगड़ा प्रवास पर पहुंचे। जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के प्रवास व दिल्ली दौरों के साथ सीएम करीब एक सप्ताह तक कांगड़ा में रुकेंगे। प्रदेश के सबसे बड़े और कांग्रेस को 10 विधायक देने वाले जिला में पिछले कई माह से सियासी खूखा पड़ा हुआ था। जिले से मात्र एक मंत्री चौधरी चंद्र कुमार हैं।

इसके अलावा करीब आधा दर्जन विधायक मंत्री बनने की आस लगाए बैठे हैं। अब मुख्यमंत्री ने 11 मंत्रियों की टीम बनाने का भरोसा तो दिया है, लेकिन लंबे इंतजार के बाद भी कांग्रेस के कई वरिष्ठ विधायकों के चेहरों से रौनक गायब है और वह सियासी पिच पर पहुंच कर फ्रंट फुट पर खेलने के लिए इंतजार कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री अपने कांगड़ा प्रवास के दौरान किस तरह से बड़े जिले के सियासी जख्मों पर मरहम लगाएंगे। पूर्व में मुख्यमंत्रियों के धर्मशाला प्रवास के दौरान पहुंचने वाली भीड़ और कार्यकर्ताओं सहित आम जनता के जोश को लेकर भी सियासी जानकार अलग अलग-तरह से अपनी राय रख रहे हैं। विकास के साथ लोगों के दिलों तक पहुंचना मौजूदा सरकार के समक्ष एक बड़ी चुनौती है। हालांकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू सादगी से सबके साथ मिलते हैं, जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। (एचडीएम)

कांगड़ा को हिमाचल की पर्यटन राजधानी बनाने पर जोर

मुख्यमंत्री ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों के निर्माण की भी समीक्षा की। बैठक में उपस्थित विधायकों ने कांगड़ा जिला को राज्य की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित के लिए बहुमूल्य सुझाव भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 31 मार्च, 2026 तक हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इलेक्ट्रिक वाहनों की इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका होगी। इस दौराान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ई-वाहनों को बढ़ावा देकर सुलभ व सशक्त परिवहन सुविधा प्रदान करने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।