नई दिल्ली। पेरेंट्स ही अपने बच्चों के दुश्मन बन गए हैं और उन्हें दिमागी तौर पर कमज़ोर कर रहे हैं, जिससे उनका आईक्यू लेवल गिरता जा रहा है। विश्व भर में हुई तमाम रिसर्च में यह खुलासा हुआ है। कहा गया है कि कम उम्र के बच्चों को मोबाइल, टीवी और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की लत बच्चों को दिमाग से कमजोर कर रही है।
दरअसल बच्चे जब भी रोते हैं, तो अभिभावक उन्हें फोन पकड़ा देते हैं, जबकि कई माता-पिता बच्चों को टीवी के सामने बैठा देते हैं और फिर अपने काम में मशगूल हो जाते हैं, लेकिन धीरे-धीरे बच्चे इन चीजों के आदि हो जाते हैं, जिससे उनका स्वास्थ्य तो खराब होता ही है। साथ ही उनका आईक्यू लेवल भी गिर जाता है। यही नहीं, यह आदत इतनी गंभीर हो जाती है कि बच्चे पज्जल सॉल्व करने के लिए भी मोबाइल का सहारा लेते हैं और फिर यूट्यूब या अन्य प्लेटफार्म के जरिए प्रॉब्लम सॉल्व करने लगते हैं। इसकी वजह से बच्चों की सोचने और समझने की शक्ति क्षीण हो जाती है, जिससे उनका आईक्यू लेवल गिर जाता है। इन सब चीजों में दोषी सिर्फ पेरेंट्स ही हैं, क्योंकि वही बच्चों में यह आदतें डाल रहे हैं और फिर बड़ी परेशानी मोल ले रहे हैं।