मजबूरी या कुछ और: बाल मजदूरी और भीख मांगते आठ बच्चे रेसक्यू, हमीरपुर में कार्रवाई

सुरिंद्र ठाकुर—हमीरपुर

हमीरपुर। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के द्वारा देश भर में एक जून से लेकर &0 जून तक बाल श्रम निरोधक महीने के रूप मनाए जाने के निर्देश जारी हुए हैं, जिसके तहत हमीरपुर शहर में शनिवार को चार विभागों की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। शहर में बाल मजदूरी करते तथा भीख मांगते हुए आठ बच्चे मिले, जिन्हें रेसक्यू किया गया।

रेसक्यू कर इनके अभिभावकों को भी बाल संरक्षण कार्यालय में तलब किया गया। साथ ही अभिभावकों से वेरिफिकेशन के लिए ब‘चों के आधार कार्ड मंगवाए गए, वहीं जिन दुकानों से बाल मजदूरी करते हुए बच्चे मिले हैं, उन दुकानों के मालिकों के भी हाथ पांव फूल गए हैं। दुकान मालिकों को भी विभागकीय कार्यालय में तलब किया गया था। दुकान मालिकों से भी ब‘चों से बाल मजदूरी करवाने के संदर्भ में पूछताछ की गई है। यदि काम करवाने वाले ब‘चों के संदर्भ में काई पुख्ता प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर पाए, तो विभागीय कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

रेसक्यू आप्रेशन के दौरान बाल संरक्षण अधिकार, चाइल्ड वेल्फेयर कमेटी, पुलिस जूवेनाइल टीम तथा श्रम विभाग के अधिकारी शामिल रहे। संयुक्त रूप से चलाए गए इस आप्रेशन 14 साल तथा 18 साल आयु वर्ग से कम उम्र के ब‘चे मिले हैं। इस आयु वर्ग के ब‘चों से बाल मजदूरी करवाना या फिर भीख मंगवाना कानूनी जुर्म है। चार विभागों की टीम ने शनिवार को अचानक ही शहर की दुकानों तथा ढाबों में छापेमारी की। शहर भर में निरीक्षण करती हुई टीम गांधी चौक पर पहुंची तथा यहां पर भी कुछ ब‘चों को रेसक्यू किया गया। संयुक्त रूप से चार टीमों की दबिश से दुकानदारों के होश उड़ गए।