कुरुक्षेत्र महापंचायत के बाद टिकैत की चेतावनी, बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं, तो जंतर-मंतर पर बैठेंगे

11 जून को शामली में होगी महापंचायत

कुरुक्षेत्र महापंचायत के बाद टिकैत की चेतावनी, पहलवानों पर दर्ज केस वापस लेने की भी मांग

बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण के खिलाफ पहलवानों के आंदोलन को किसानों ने पूरी तरह से सपोर्ट कर दिया है। किसानों ने शुक्रवार को उनके सपोर्ट में कुरुक्षेत्र में महापंचायत की बैठक की। किसानों ने महापंचायत में केंद्र सरकार को नौ जून तक का अल्टीमेटम दिया गया। किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि हमने निर्णय लिया कि सरकार को पहलवानों की शिकायतों का समाधान करना चाहिए। साथ ही उन्हें (बृजभूषण शरण सिंह) गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उनकी गिरफ्तारी से कम पर कोई समझौता नहीं करेंगे। अगर सरकार ने नौ जून तक बृजभूषण को गिरफ्तार न किया और पहलवानों पर दर्ज केस वापस नहीं लिए तो हम पहलवानों के साथ दिल्ली के जंतर-मंतर जाएंगे। खाप नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें जंतर-मंतर पर बैठने की अनुमति नहीं दी गई, तो आंदोलन की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि खिलाडिय़ों के खिलाफ दर्ज मामलों को खत्म किया जाए। इस मुद्दे को बातचीत से हल किया जाना चाहिए।

अब 11 जून को शामली में महापंचायत होगी। टिकैत का कहना है कि सरकार को मौका दिया जाएगा। महिला पहलवानों के परिजनों को धमकाया जा रहा है। सरकार को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। बातचीत से मसला सुलझाना चाहिए। इस बीच बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर में पहलवानों ने आरोप लगाया है कि बृजभूषण ने कथित रूप से कई बार छेड़छाड़ की। गलत तरीके से उन्हें छुआ। यहां तक कि सांस चेक करने के बहाने उनकी टी-शर्ट उतारी। नाबालिग पहलवान का आरोप है कि बृजभूषण ने उससे फिजिकल रिलेशन की डिमांड की थी। वहीं छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने महिला पहलवानों के समर्थन में बैनर लगाए हैं।