ऑनलाइन खोजे नंबर दे सकते हैं धोखा, वेबसाइट पर फर्जी कस्टमर केयर नंबर से साइबर सुरक्षा का रिस्क

स्टाफ रिपोर्टर — शिमला

ऑनलाइन वेबसाइट्स पर फर्जी कस्टमर केयर नंबर से साइबर सुरक्षा का खतरा बढ़ गया है। अगर आप बैंकों में खाताधारक हैं और अपनी बैंक शाखा का कस्टमर केयर नंबर गूगल से खोजते हैं, तो ऐसा न करें। अपनी समस्याओं को सुलझाने के लिए आप जो नंबर निकाल रहे हैं, वह आपकी परेशानी और बढ़ा सकता है। अभी हाल ही में बैंकों की ओर से जारी की गई एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें बताया गया है कि इंटरनेट पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करने पर जो नंबर आते हैं, उनमें अधिकतर नंबर फर्जी होते है. अगर आप इन फर्जी नंबरों पर कॉल करते हैं, तो आपके जरिए दी गई जानकारी से आप धोखाधड़ी का शिकार बन सकते हैं। साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले ठगों ने देश के बड़े बैंकों के फर्जी कस्टमर केयर नंबर इंटरनेट पर अपलोड कर रखे हैं। जब कोई कस्टमर इन नबरों पर कॉल करता है, तो साइबर ठग बैंक अधिकारी बनकर आपसे सारी डिटेल्स ले लेते हैं और फिर कुछ ही समय में आपका अकाउंट खाली कर देते हैं। साइबर ठगों से बचने को लेकर साइबर सेल शिमला ने भी एडवाइजरी जारी की है।

सही जानकारी और सतर्कता ही बचने का उपाय

साइबर सेल शिमला के एसपी रोहित मालपानी का कहना है कि अगर आपको बैंक से किसी भी तरह का काम है, तो आप बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और वहां दिए गए नंबरों पर ही संपर्क करें। इसके अलावा बैंक के दस्तावेजों पर भी ये नंबर मौजूद होते हैं। उन्होंने कहा कि कभी आपको थोड़ा भी संदेह हो, तो फौरन ही केंद्र सरकार के स्पेशल साइबर अपराध रोधी शिकायत नंबर 155260 पर कॉल करें और पूरी जानकारी दें।