अश्वनी पंडित — बिलासपुर
सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी ब्रॉडगेज रेलवे लाइन पर बिलासपुर तक की 16 में से 8 टनल में गिट्टी रहित ट्रैक का निर्माण किया जाएगा। टनलों में गिट्टी रहित ट्रैक बिछाने को लेकर स्लैब तैयार करने की कवायद शुरू कर दी गई है और इन्हीं स्लैब पर ट्रैक बिछाया जाएगा। इस साल के अंत तक 20 किलोमीटर तक ट्रैक बिछा दिया जाएगा। अहम बात यह है कि इस रेलवे ट्रैक पर टे्रन की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट रेलवे विकास निगम के परियोजना निदेशक अनमोल नागपाल ने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल के समक्ष रखी है। रेलवे लाइन निर्माण कार्यों का विजिट करने के लिए पहुंचे राज्यपाल को अनमोल नागपाल ने अवगत करवाया कि इस साल के अंत तक 20 किलोमीटर में ट्रैक बिछा दिया जाएगा। उसके बाद धरोट से पहाड़पुर तक पुलों और टनलों का कार्य पूरा होने के बाद वहां ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू होगा। राज्य की सीमा धरोट से लेकर बिलासपुर तक 52 किलोमीटर का ट्रैक बनेगा।
बैरी तक कुल लंबाई 63.1 किलोमीटर होगी। धरोट से लेकर बैरी तक ट्रैक को 10-10 किलोमीटर के पैच में बनाया जाएगा। उन्होंने अवगत करवाया कि बिलासपुर तक की 16 में से आठ टनलों में गिट्टी रहित ट्रैक बिछाने के लिए स्लैब तैयार किए जा रहे हैं। इन्हीं स्लैब पर ट्रैक बिछेगा। हिमाचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अपने दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन बुधवार को कीरतपुर से मनाली के बीच बन रही फोरलेन परियोजना तथा रेलवे विकास निगम लिमिटेड द्वारा कार्यान्वित भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी नई ब्रॉडगेज रेलवे लाईन परियोजना का निरीक्षण किया। उन्होंने भराड़ी में अंडर ग्राउंड रेलवे क्रॉसिंग का निरीक्षण किया तथा टनल नंबर-1 में जाकर सुरक्षा सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने कीरतपुर में टनल नंबर-1 का निरीक्षण किया, जिसकी लंबाई 1.8 किलोमीटर है।
तीन माह में खोली जाएंगी पांच और सुरंगें
राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर कीरतपुर से मंडी तक पांच टनल का काम पूरा हो चुका है और अगले तीन माह के अंदर पांच और सुरंगों को खोल दिया जाएगा। उन्होंने परियोजना के अंतर्गत सभी कार्यों को निर्धारित समयावधि पर पूरा करने के निर्देश दिए। बिलासपुर के उपायुकत आबिद हुसैन सादिक, पुलिस अधीक्षक कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन भी उपस्थित रहे।